![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgxaOspeK-KXMKqieZl-ZM5yigyONOF8HEjBQiL_DJwfsCN7mqzzBtVzCasj-vOafHXyiDHFgPYio0Sr4s6Fbiy8JA0qksrqMEEoh_7mtArkqKrdoGeJz8XBAWlCIUqX8Xp_m6ZJLNu3pbF/s1600/55.png)
तो फिर AICC में भी कुछ नए अध्यक्ष बना दो
कमलनाथ नौ बार मध्यप्रदेश के छिंदवाडा से सांसद निर्वाचित हुए हैं। इसके अलावा कांग्रेस आलाकमान ने मध्यप्रदेश कांग्रेस के चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाये हैं। इसे लेकर केन्द्रीय नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कांग्रेस नेता एवं पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह के कथित ट्विटर हैंडल से 26 अप्रैल को किये गये ट्वीट में कहा गया कि यदि मध्यप्रदेश में पांच अध्यक्ष (एक अध्यक्ष एवं चार कार्यकारी अध्यक्ष) बनने से कांग्रेस मजबूत होती है तो हमें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी में तुरंत कुछ और अध्यक्ष बना देने चाहिए। लक्ष्मण सिंह ने कहा कि इससे कांग्रेस देश में और मजबूत हो जाएगी और केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार को चुनाव में हरा सके।
HMV रिकॉर्ड बजाने जैसा
लक्ष्मण के करीबी सूत्रों के अनुसार कमलनाथ को मध्यप्रदेश कांग्रेस की कमान सौंपे जाने से वह नाखुश हैं। लक्ष्मण राघौगढ़ के रहने वाले हैं। कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बनने के कुछ दिन पहले लक्ष्मण ने कमलनाथ द्वारा मध्यप्रदेश चुनाव अभियान की कमान संभालने पर अपने कथित ट्विटर हैंडल में यह भी लिखा था कि कमलनाथ द्वारा मध्य प्रदेश चुनाव की कमाना संभालना ब्लूटूथ टेक्नोलोजी के युग में पुराने जमाने का एचएमवी रिकॉर्ड बजाने जैसा है।
चुनाव नेता नहीं, कार्यकर्ता जिताते हैं
लक्ष्मण के इसी हैंडल से किये गये एक अन्य ट्वीट में हाल में कहा गया था कि चुनाव कार्यकर्ता जिताता है, नेता नहीं। अगर कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं पर अधिक ध्यान देगी तो जीत निश्वित है। वर्तमान में लक्ष्मण कांग्रेस में हैं। वह राजगढ़ सीट से पहले भाजपा सांसद रह चुके हैं। लक्ष्मण दो बार कांग्रेस की टिकट पर राघौगढ़ से विधायक भी रहे हैं। वह वर्ष 2004 में भाजपा में गये थे और वर्ष 2010 में फिर कांग्रेस में वापस लौट आए।