भोपाल। सीएम शिवराज सिंह कैबिनेट के मंत्री रामपाल सिंह अब संकट में आते नजर आ रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों बयान दिया कि कोई भी गुनहगार नहीं बचेगा और बेटियों को पूरा न्याय दिया जाएगा। कठुआ और उन्नाव के बाद इस दायरे में उदयपुरा के विधायक भी आ गए हैं। कमलनाथ ने शनिवार को ट्वीट कर सीएम शिवराज सिंह को मोदी के इस ऐलान की याद दिलाई और उम्मीद जताई कि कम से कम अब तो वो रामपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।
कमलनाथ ने कहा है कि 28 दिन बीत चुके हैं, इसके बाद भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिल पा रहा है। शिवराज व भाजपा मंत्री को खुला संरक्षण प्रदान कर रहे हैं। खुद को बेटियों का मामा कहलवाने वाले शिवराज एक भांजी को न्याय नहीं दिलवा पा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जबकि मुख्यमंत्री अक्सर यह कहते हुए नहीं थकते हैं कि जब तक मैं हूं कोई भी बहन बेटी खुद को असुरक्षित नहीं समझे। सबको न्याय मिलेगा। बहन बेटियों को सताने वाले की कमर तोड़ने की बात कहने वाले एक मंत्री के आगे असहाय नजर आ रहे हैं।
क्या है मामला
बता दें कि मंत्री रामपाल सिंह के बेटे गिरजेश प्रताप सिंह ने आर्यसमाज मंदिर में जाकर प्रीति रघुवंशी से विधिवत विवाह किया था जिसका प्रमाणपत्र भी प्रमाणित हो चुका है। मंत्री रामपाल सिंह ने इस शादी को मान्यता देने से इंकार कर दिया और विवाहित बेटे गिरजेश प्रताप सिंह की दूसरी शादी कराने लगे। सगाई हो जाने के बाद प्रीति रघुवंशी ने आत्मसम्मान बचाने के लिए आत्महत्या कर ली। चौंकाने वाली बात यह है कि सबकुछ खुलेआम और प्रमाणित होने के बावजूद पुलिस ने रामपाल सिंह से पूछताछ तक नहीं की है।