
सुषमा और शिवराज के विदिशा की 42वीं रैंक
विदिशा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का संसदीय क्षेत्र है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पिछले 9 सालों से यहां की सांसद हैं। 12 साल से मुख्यमंत्री पद पर बैठे शिवराज सिंह चौहान 5 बार यहां से सांसद रहे और इसे उनका दूसरा गृह जिला माना जाता है। शिवराज सिंह का फार्महाउस और उनके बेटे की दूध डेयरी भी यहीं है। श्रीमती साधना सिंह ने यहां एक मंदिर बनवाया है और वो विदिशा को ही अपना घर मानतीं हैं। यहां शक्तिशाली पदों पर बैठे ज्यादातर जनप्रतिनिधि शिवराज सिंह की पसंद के हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुना की 47वीं रैंक
ज्योतिरादित्य सिंधिया मप्र में सीएम कैंडिडेट के दावेदार हैं। मप की जनता सिंधिया के हाथो में अपना उज्जवल भविष्य देख रही है। बावजूद इसके ज्योतिरादित्य सिंधिया की लोकसभा सीट का जिला गुना पिछड़ा हुआ है। याद दिला दें कि यहां से उनकी दादी राजमाता सिंधिया और उनके पिता माधवराव सिंधिया सांसद थे। अब जनता ने उन्हे उत्तराधिकारी के तौर पर चुना है।
दिग्विजय सिंह के राजगढ़ की 15वीं रैंक
राजगढ़ मध्यप्रदेश का वो जिला है जहां दिग्विजय सिंह को 'राजा साहब' के नाम से केवल पुकारा नहीं जाता बल्कि 'राजा साहब' का दर्जा भी दिया जाता है। यहां 'राजा साहब' यदि किसी के कंधे पर हाथ रख दें तो वो व्यक्ति उस कपड़े को उतारकर वर्षों तक के लिए संरक्षित कर देता है। इस याद में कि इस कुर्ते या शर्ट पर 'राजा साहब' ने हाथ रखा था। दिग्विजय सिंह यहां से सांसद/विधायक नहीं है लेकिन शासन आज भी उन्हीं का चलता है।
नंदकुमार सिंह के खंडवा को 41वीं रैंक
सवालों के स्ट्रेट फार्वड जवाब देने वाले मध्यप्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नंदकुमार सिंह खंडवा से सांसद हैं। बताने की जरूरत नहीं कि नंदकुमार सिंह, सीएम शिवराज सिंह के कितने नजदीकी हैं। खंडवा में विकास के लिए वो चाहे करवा सकते थे। बावजूद इसके नंदकुमार सिंह का खंडवा घटिया, बीमारू और पिछड़ा जिला की लिस्ट में आ गया।