
साधना सिंह किरार धाकड़ समाज की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने भरे मंच से ऐलान किया कि वो अपने समाज को दहेज मुक्त समाज बनाना चाहतीं हैं। बता दें कि कार्तिकेय सिंह चौहान ने पिछले दिनों बिट्टन मार्केट भोपाल में फूल की दुकान खोली थी। शुभारंभ वाले दिन तो वो दुकान पर रहे परंतु उसके बाद कभी नहीं दिखे। इसके बाद उन्होंने विदिशा में एक दूध डेयरी की शुरूआत की। यह डेयरी दूसरी डेयरियों की तरह नहीं है। बल्कि इसका दूध भी 'दूध का धुला' है। 'SUDHAMRUT' के नाम लांच किया गया यह दूध 65 रुपए किलो बिकता है। जबकि सांची का सरकारी दूध 48 रुपए में मिल जाता है। स्वभाविक है यह दूध केवल वीआईपी लोग ही खरीद पाते हैं।
इसके अलावा सीएम शिवराज सिंह, अपने बेटे में अपना उत्तराधिकारी तलाश रहे हैं। उन्होंने कार्तिकेय को बुधनी विधानसभा में सक्रिय किया। कुछ यात्राएं निकलवाईं। सभाएं भी संबोधित करवाईं। किरार समाज की सभाओं में भी कार्तिकेय को माइक दिया गया। कुछ सरकारी कार्यक्रमों में भी उन्हे भाषण दिलाया गया। शिवराज सिंह चाहते है कि कार्तिकेय उनकी तरह परफैक्ट भाषणबाज हो जाए। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में कार्तिकेय क्या बनते हैं। नेता, फूलवाले, दूधवाले या दूल्हा।