
इस मामले में अब तक भ्रमपूर्ण स्थिति थी। माना जा रहा था कि सरकार किसी विशेष मद से तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूता/चप्पल एवं पानी की बोतल दे रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 18 अप्रेल 2017 को उमरिया उत्सव के दौरान तेंदूपत्ता संग्राहकों को जूत/चप्पल तथा पानी की बोतल वितरित किये जाने की घोषणा की थी। मण्डला में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में तेंदुपत्ता सग्राहकों को जूता/चप्पल तथा पानी की बोतल वितरित की जानी है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा की गई इस घोषणा के अनुपालन में जव्वाद हसन प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ मर्यादित द्वारा मुख्य वनसंरक्षक एवं क्षेत्रीय महाप्रबंधक वनवत्त मध्यप्रदेश तथा प्रबंध संचालक जिला लघु वनोपज सहकारी संघ को दिनांक 14 मार्च 2018 पत्र क्रमांक 4765 के माध्यम से निर्देशित किया गया है कि माननीय मुख्यमंत्री द्वारा उमरिया सम्मेलन में की गई घोषणा जिसमें तेंदुपत्ता संग्राहकों को जूता/चप्पल एवं पानी की बोतल वितरित किया जाना है इस कार्य हेतु आंवटित राशि जिला यूनीयन के संग्रहण वर्ष 2016 तक के शुल्क आय की राशि में से अधोसरंचना मद तथा वनविकास मद के अंतर्गत दी जा रही है।
बालाघाट जिले को अधोसरंचना मद हेतु 3 करोड 65 लाख 95 हजार 205 रूपये उत्तर वन मण्डल बालाघाट तथा दक्षिण वनमण्डल बालाघाट को 2 करोड 59 लाख 82 हजार 934 रूपये इसी तरह मण्डला में पूर्व मण्डला को 3 करोड 66 लाख 97 हजार 326 रूपये आबंटित किये गये है।
यह उल्लेखनीय है कि तेंदुपत्ता संग्राहकों के द्वारा अर्जित बोनस राशि में से 70 प्रतिशत का भुगतान संग्राहक को तथा 30 प्रतिशत राशि तेंदुपत्ता संग्रहण क्षेत्र में बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराये जाने का प्रावधान रखा गया है लेकिन तेंदुपत्ता सग्राहकों के लिये बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराये जाने हेतु प्रस्तावित अधोसरंचना की बजाए जूता/चप्पल तथा पानी की बोतल बांटने में किया जा रहा है।