
यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, 'मध्यप्रदेश में किसानों का सम्मान नहीं, अपमान हो रहा है। वे अपने अधिकारों को लेकर सड़कों पर आते हैं तो शिवराज सरकार उन पर गोलियां चलाकर उनकी आवाज दबाने का कुचक्र रचती है और दिखावे के लिए किसान सम्मान यात्रा निकालती है।' उन्होंने कहा, 'आज पूरे प्रदेश में अनाचार और दुराचार का माहौल है। महिला, मजदूर, किसान और नौजवान आज परेशान हैं। अब समय आ गया है कि चित्रकूट जो भगवान श्रीराम की तपोभूमि है, यहां से श्रीराम की तरह ही कांग्रेस का वनवास भी खत्म हो। प्रदेश में एक ऐसी सरकार बने जो सभी वर्गो के साथ न्याय करे।'
वहीं अजय सिंह ने कहा, 'कांग्रेस के वनवास की खत्म होने की शुरुआत चित्रकूट से हो चुकी है। राज्य में संवाद और सुनवाई के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। शिवराज सरकार आज अंधी, बहरी और गूंगी बन गई है। लोकतंत्र के मंदिर विधानसभा में भी मुख्यमंत्री शिवराज जनता की पीड़ाओं और मंत्री रामपाल के मुद्दे पर चर्चा न हो, इसके लिए सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर भाग खड़े हुए।' कांग्रेस नेताओं ने बाबाओं को राज्यमंत्री का दर्जा दिए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा, 'अगर अगली बार भाजपा की सरकार बनी तो शिवराज के अलावा उनके मंत्रिमंडल में सारे मंत्री बाबा ही होंगे।' 20 अप्रैल तक चलने वाली कांग्रेस की न्याय यात्रा पहले दिन सतना जिले के कोठी, रैगांव, बिरसिंहपुर, गौरइया और सतना पहुंची।