SATNA NEWS/MP | राज्यपाल किसी पार्टी का नेता नहीं होता। वो भारत के राष्ट्रपति का प्रतिनिधि होता है, परन्तु मध्यप्रदेश में राज्यपाल आनंदी बेन बीजेपी नेता की तरह काम करती नजर आए रहीं हैं. वो बीजेपी कार्यकर्ताओं को वोट लेने के गुर सीखा रहीं हैं. एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में राज्यपाल बीजेपी नेताओं से बात करते हुए उन्हें वोट के लिए जनता को कैसे लुभाया जाता है इसकी पाठ पढ़ा रही हैं. वहीं कांग्रेस का कहना है कि संवैधानिक पीठ पर बैठे लोगों को किसी एक राजनीतिक दल के लिए प्रचार नहीं करना चाहिए. ज्योतिरादित्य सिंधिया, जीतू पटवारी समेत कई नेताओं ने इस पर कड़ी आपत्ति है.
दरअसल आनंदीबेन पटेल एमपी के चित्रकुट पहुंची थीं. जहां उन्होंने सतना हवाई पट्टी में बीजेपी नेताओं और अधिकारियों से मुलाकात की. पटेल ने बीजेपी नेताओं से कहा कि सतना जिले में कुपोषण और टीबी एक बड़ी समस्या है. 16 करोड़ जिला प्रशासन के पास है, उसे खर्च करो. बच्चों को गोद लो. वोट लेना है तो हर हाल में गोद लो. बच्चों के सर पर हाथ फेरो. उन्होंने बीजेपी विधायक, महापौर और बीजेपी के जिलाध्यक्ष से कहा कि अधिकारी को वोट नहीं चाहिए आपको और मुझे जनता के वोट चाहिए, इसलिए लग जाओ तभी पीएम मोदी का सपना पूरा होगा.
राज्यपाल की यह पाठशाला 20 मिनट तक सतना हवाई पट्टी पर चली. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में इसी साल के आखिरी महीनों में विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे. राज्य में दलित आंदोलन, किसान आंदोलन और उसके बाद बनी स्थिति को लेकर शिवराज सरकार पर सवाल उठे हैं. वहीं कांग्रेस भी अपने नेतृत्व में बदलाव कर बीजेपी सरकार को चुनौती पेश करना चाहती है.
मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल जी द्वारा भाजपा के लिए सार्वजनिक रूप से वोट मांगना संवैधानिक मर्यादा का उल्लंघन है। राज्यपाल जैसे अत्यंत सम्मानित संवैधानिक पद की गरिमा को बरकरार रखते उन्हे तठस्थ रहकर कार्य करना चाहिए न की भाजपा का चुनाव प्रचारक बनकर। pic.twitter.com/mf02CDIHgT— Jyotiraditya Scindia (@JM_Scindia) April 28, 2018
मध्यप्रदेश का भविष्य किसके हाथों में सुरक्षित है— Bhopal Samachar (@BhopalSamachar) April 28, 2018