भोपाल। संसदीय क्षेत्र बालाघाट से सांसद बोधसिंह भगत पर आरोप है कि उन्होंने बजट में जरूरतमंदों के लिए निर्धारित की गई स्वेच्छानुदान की राशि भाजपा के नेताओं में बांट दी। चौंकाने वाली बात तो यह है कि सांसद के हाथों सरकारी खजाने से सहायता लेने वाले नेताओं में कुछ ऐसे भी हैं जो इनकम टैक्स जमा करते हैं। एक लिस्ट में 140 नेताओं के नाम हैं। इन सभी को 3000 रुपए प्रतिव्यक्ति दिया गया है। चौंकाने वाली बात तो यह है कि लिस्ट में दर्ज कुछ बड़े नेताओं ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उन्होंने तो आवेदन ही नहीं किया था। तो क्या यह स्वेच्छानुदान राशि घोटाला है ?
सांसद के द्वारा स्वेच्छानुदान राशि का बीजेपी के नेताओं में बंदर बाट की कलई खुल गई है। कलेक्टर कार्यालय से उपलब्ध कराई गई सांसद स्वेच्छानुदान राशि की वितरण लिस्ट में 140 लोगों को प्रति व्यक्ति तीन हजार रुपए की राशि दी गई है। इस लिस्ट में 140 लोगों में बीजेपी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हैं। इतना ही नहीं इस लिस्ट में वे नेता भी शामिल हैं जो इनकम टेक्स देते हैं।
जब इस मामले में सांसद से सवाल किया गया तो सांसद ने सफाई देते हुए कहा कि कई लोग आवेदन करते हैं। आवेदन करने पर उनके द्वारा स्वेक्षा अनुदान की राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा के गरीब कार्यकर्ता भी आवेदन करते हैं उन्हें भी अनुदान की राशि दी जाती है। लेकिन, लिस्ट में ऐसा कोई भी व्यक्ति नही जो गरीब हो।
हमने आवेदन नहीं दिया, आॅपरेटर ने चढ़ा लिया होगा
इस मामले में जब लिस्ट में शामिल पदाधिकारियों से बात की गई तो उन्होंने आवेदन करने की बात से ही साफ इंकार कर दिया और इस मामले को मानवीय गलती बताया। इस गलती का जिम्मेदार सांसद के कम्प्यूटर ऑपरेटर को ठहरा रहे है। वहीं कांग्रेस का इस मामले के उजागर होने के बाद कहना है कि भाजपा हमेशा से गरीबों के हक पर डाका डालती आई है यह मामला इसका उदाहरण है।
इस मामले में सांसद बोधसिंह भगत से बात करने का प्रयास किया परंतु फोन रिसीव नहीं हुआ। उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त होते ही प्रकाशित की जाएगी।