भोपाल। आयुष छात्रों द्वारा आयुर्वेदिक चिकित्सा क्षेत्र में व्याप्त समस्याओं को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है। इसी क्रम में आज आयुष छात्रों द्वारा आयुष राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमान् जालम सिंह पटैल को ज्ञापन सौंपा, जिसमें आयुर्वेद के छात्र शुभम जैन ने बताया कि अन्य राज्यों की भांति मप्र सरकार भी एनएमसी बिल के अंतर्गत प्रायवेट प्रेक्टिस करने वाले चिकित्सकों को भी ब्रिज कोर्स के माध्यम से एलोपैथी दवा का प्रशिक्षण दिया जाये जिससे गांव-गांव में स्वास्थ्य सेवा बेहतर हो सकें।
अभी आयुष छात्रों को इंटर्नशिप के दौरान मिलने वाला मानदेय रू. 6000/- है जो कि चिकित्सा महाविद्यालय में पदस्थ इंटर्नशिप की तुलना में कम है, इसे भी समान किया जाये।
जबलपुर महाविद्यालय में गृह चिकित्सक के पदों को बढ़ाया जाए तथा पी.जी. शुरू की जाये।
मेडिकल विश्वविद्यालय में आयुष संकाय के अंतर्गत होम्योपैथी व आयुर्वेद संकाय के डीन की नियुक्ति तुरन्त की जाये जिससे छात्रों को लगातार हो रही परेशानी पर विराम लग सके।
इस दौरान आयुर्वेद छात्र प्रतीक मिश्रा, वाजिद खान, रीतेश पटेरिया, सुमंत सिंह लोधी, सुरभि, भावना, शिल्पा, प्रफुल्ल तिवारी, शालिनी, अंकुश आदि छात्र मौजूद रहे।