भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय पोषण मिशन अंतर्गत आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के उन्मुखीकरण कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान सीएम ने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अब बिना जांच किए हटाया नहीं जा सकेगा। रिटायरमेंट उम्र 62 साल होगी। मानदेय में भी वृद्धि की गई। कार्यकर्ताओं को 10 हजार और सहायिकाओं को 5 हजार का ऐलान किया गया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने ये घोषणाएं कीं
सरकार को जिस काम में सफलता के लिए कोई उपयुक्त नहीं मिलता, तो उसे आंगनवाड़ी की बहनों को सौंप दिया जाता है।
अच्छा काम करने वाली बहनों को दीनदयाल सम्मान दिया जायेगा। आंगनवाड़ी बहनों की रिटायरमेंट की उम्र 62 वर्ष होगी।
बिना जांच के किसी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को हटाया नहीं जा सकता है। अब आपको यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा। सेवा में चयन के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका को प्राथमिकता दी जाएगी।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के आकस्मिक मृत्यु होने पर परिवार की बेटी को नियुक्ति में 10 % की छूट दी जायेगी।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 10 हजार और सहायिका को 5 हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा। 62 वर्ष में सेवानिवृत्ति पर क्रमशः 1 लाख रुपए और 75 हजार रुपए दिए जाएंगे।
दुर्घटना में मृत्यु की दशा में आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ताओं या सहायिका के परिजनों को 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
कई वर्षों से आंगनवाड़ी में कार्यरत अनुभवी आंगनवाड़ी सहायिकाएँ यदि योग्यता रखती हैं तो उन्हें आंगवाड़ी कार्यकर्ता चयन में वरीयता दी जाएगी।