भोपाल। कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी को भोपाल की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने जेल भेज दिया है। उन्हे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। बता दें कि पटवारी के खिलाफ लम्बे समय से गिरफ्तारी वारंट जारी था परंतु पटवारी कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे। एक अन्य मामले में भी पटवारी सहित कई कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ वारंट था परंतु वो जमानती था अत: सभी लोग आज कोर्ट में पेश हुए और उन्हे जमानत दे दी गई। जेल वारंट बनते ही अफवाह उड़ी थी कि जीतू पटवारी को 10 साल पुराने किसी मामले में दोषी पाया गया है और इसीलिए उन्हे जेल भेज दिया गया।
आपको बता दें कि 10 साल पहले जीतू पटवारी और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने खुड़ैल थाना इलाके में सड़क की मांग को लेकर आंदोलन किया था। इस मामले में जीतू पटवारी सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं पर मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज करने के बाद कोर्ट में लंबे समय से ये मामला चल रहा था। बाद में इसे भोपाल जिला अदालत में ट्रांसफर कर दिया गया। इस मामले में कई नेताओं के खिलाफ जमानती वारंट जारी था। सभी आज कोर्ट में पेश हुए और उन्हे जमानत मिल गई। जमानत प्राप्त करने वाले नेताओें में सत्यनारायण पटेल, सुरजीत चड्ढा, पिंटू जोशी, अर्चना जायसवाल, अभय वर्मा एवं नवीन रैकवार शामिल हैं।
इसके अलावा यातायात पुलिस कर्मचारी से अभद्रता एवं शासकीय कार्य में बाधा के एक मामले में जीतू पटवारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी था। बार बार बुलाए जाने पर भी पटवारी कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे। आज जब वो अपने समर्थकों के साथ कोर्ट आए तो न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी और उन्हे जेल भेज दिया गया।
आपको बता दें कि 10 साल पहले जीतू पटवारी और अन्य कांग्रेसी नेताओं ने खुड़ैल थाना इलाके में सड़क की मांग को लेकर आंदोलन किया था। इस मामले में जीतू पटवारी सहित अन्य कांग्रेसी नेताओं पर मामला दर्ज किया गया था। मामला दर्ज करने के बाद कोर्ट में लंबे समय से ये मामला चल रहा था। बाद में इसे भोपाल जिला अदालत में ट्रांसफर कर दिया गया। इस मामले में कई नेताओं के खिलाफ जमानती वारंट जारी था। सभी आज कोर्ट में पेश हुए और उन्हे जमानत मिल गई। जमानत प्राप्त करने वाले नेताओें में सत्यनारायण पटेल, सुरजीत चड्ढा, पिंटू जोशी, अर्चना जायसवाल, अभय वर्मा एवं नवीन रैकवार शामिल हैं।
इसके अलावा यातायात पुलिस कर्मचारी से अभद्रता एवं शासकीय कार्य में बाधा के एक मामले में जीतू पटवारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी था। बार बार बुलाए जाने पर भी पटवारी कोर्ट में पेश नहीं हो रहे थे। आज जब वो अपने समर्थकों के साथ कोर्ट आए तो न्यायालय ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी और उन्हे जेल भेज दिया गया।