भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब काफी बदले बदले नजर आ रहे हैं। पिछली बार हुई कोर कमेटी की बैठक में वो खुलकर सामने आए और सीएम कैंडिडेट के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया का पत्ता कट करवा दिया लेकिन इस बार जनाक्रोश रैली के बाद दिल्ली में आयोजित कोर कमेटी की बैठक से वो किनारा कर गए। दोपहर तक दिल्ली में रहे, फिर भोपाल आ गए। यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कमलनाथ पर भी रहस्यमयी टिप्पणी कर दी। सवाल यह है कि क्या वो राहुल गांधी के फैसले से नाराज हैं या फिर यह उनकी रणनीति का कोई हिस्सा है।
बताया जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह कोर कमेटी के सदस्य हैं। राहुल गांधी ने जनाक्रोश रैली के बाद दिल्ली में मप्र कोर कमेटी की बैठक बुलाई थी, लेकिन वे सुबह दिल्ली में जनाक्रोश रैली में शामिल होने के बाद दोपहर में मध्यप्रदेश के लिए रवाना हो गए। भोपाल विमानतल पर उनका कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। यहां से वे सीहोर गए, जहां एक नर्मदा परिक्रमावासी के यहां हुई शादी समारोह में सम्मलित हुए।
इसके बाद भोपाल में भी वे कांग्रेस नेता जवाहर पंजाबी के यहां शादी कार्यक्रम में शामिल होने उनके घर पहुंचे और बधाई दी। विदिशा जिले के कुरवाई में भी एक नर्मदा परिक्रमावासी के घर में शादी कार्यक्रम में पहुंचे। इस बीच भोपाल में राजपूत समाज के युवक-युवती परिचय सम्मेलन में गए। उधर, दिल्ली में शाम को कोर ग्रुप की बैठक में भी उनकी अनुपस्थिति रही।
दिसम्बर में पता लग जाएगा कमलनाथ से क्या मिला
दिग्विजय सिंह ने मप्र दौरे के दौरान भोपाल में पत्रकारों से चर्चा में कहा कि उनकी राजनीतिक यात्रा का वे कार्यक्रम बना रहे हैं। उसकी रूपरेखा पार्टी तय करेगी, तब यात्रा शुरू होगी। उनसे पूछा गया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में कमलनाथ के कमान संभालने से पार्टी को कितनी ताकत मिलेगी तो उन्होंने कहा कि दिसंबर 2018 में पता लग जाएगा कि कांग्रेस को कितनी ताकत मिली।