इंदौर। मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) ने राज्यसेवा प्रारंभिक परीक्षा-2018 के नतीजे जारी कर दिए। 18 फरवरी को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा के इस रिजल्ट में कुल 4907 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है। नतीजों में कई उम्मीदवारों को कट ऑफ अंक हैरान कर रहे हैं। ओबीसी में महिला आरक्षित श्रेणी के कटऑफ अनारक्षित महिला श्रेणी से 4 अंक ज्यादा है।
प्रारंभिक परीक्षा में सफल घोषित उम्मीदवार अब मुख्य परीक्षा के अगले दौर में शामिल हो सकेंगे। कुल 298 पदों के लिए इनमें मुकाबला होगा। घोषित परिणाम के साथ ही पीएससी ने निर्देश जारी कर दिए हैं कि मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए सफल उम्मीदवारों को अनुप्रमाणन फॉर्म दाखिल करना होगा। 1 मई से 31 मई तक का समय ऑनलाइन फॉर्म दाखिले के लिए मिलेगा।
प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट 5 प्रश्नों को रद्द करने के चलते कुल 190 अंकों के आधार पर तैयार हुए। अनारक्षित श्रेणी में कट ऑफ 138 अंक रहा। ओबीसी श्रेणी में 134, एससी में 126 और एससी श्रेणी में 118 अंक हासिल करने वाले चयन सूची में शामिल किए गए। महिला आरक्षित श्रेणी में सामान्य के लिए कट अफ 128 अंक, एससी में 122, एसटी में 114 जबकी ओबीसी में 132 अंक रहा।
इसलिए हुआ आरक्षण का नुक्सान
पीएससी के परीक्षा नियंत्रक दिनेश जैन के मुताबिक अनारक्षित श्रेणी महिला से ओबीसी महिला का कटऑफ ज्यादा रहने में असामान्य जैसा कुछ नहीं है। दरअसल कोर्ट के कई निर्णय आ चुके हैं उनके मुताबिक महिला आरक्षण श्रेणी के अंदर ही होरीजोंटल यानी क्षैतिज तरीके से लागू होता है। महिला आरक्षण सिर्फ उसी श्रेणी की महिलाओं को दिया जाता है। अनारक्षित में भी सामान्य श्रेणी की महिलाओं की गणना उसमें की जाती है। पहला तो आरक्षित वर्ग की महिलाएं प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाती इसलिए उसका कटऑफ कम होने के आसार बनते है। दूसरा ओबीसी में महिला आरक्षित पद अनारक्षित के मुकाबले कम होते हैं इसलिए इधर कटऑफ ज्यादा रह जाता है।