इंदौर। मुंबई का एक हीरा कारोबारी इंदौर निवासी लुटेरी दुल्हन का शिकार हो गया। बताया जा रहा है कि वो तीसरा शिकार है। दुल्हन 5 दिन तक कारोबारी के साथ रही और फिर गायब हो गई। छानबीन के बाद पता चला कि दुल्हन की मां नकली थी, पिता का पता ही नहीं। रिश्ता चाचा चारी ने किया था। अब पता चला कि वो भी नकली हैं। कारोबारी अब पुलिस की शरण में है। आरोप है कि दुल्हन गहने और नगदी समेटकर फरार हो गई है।
भायंदर (मुंबई) निवासी शितुल बी शाह (35) बुधवार दोपहर मां हंसा बहन और चाचा राजू के साथ हीरानगर थाने पहुंचे। उन्होंने पत्नी अश्विनी, सास सुधा और चाचा ससुर अनिल, चाची सास राधा के खिलाफ धोखाधड़ी व चोरी की शिकायत की। शितुल ने पुलिस को बताया वे हीरा कारोबार से जुड़े एक व्यवसायी के यहां काम करते हैं। पिछले साल दशहरे के आसपास जैन विवाह संस्था के संचालक अनिल व राधा जैन (विजयनगर) से मुलाकात हुई। अनिल ने तीन-चार लड़कियों के फोटो बताए लेकिन शितुल ने मना कर दिया। कुछ दिन बात अनिल ने कॉल कर बुलाया और उसकी भतीजी अश्विनी के फोटो दिखाए और उसकी मां सुधा से मुलाकात करवाई। पसंद आने पर दोनों परिवारों ने मिलकर चर्चा की और 3.11 लाख रुपए में शादी तय हो गई। शितुल परिजन व रिश्तेदारों के साथ चिंतामण गणेश (उज्जैन) पहुंचे और अश्विनी से शादी कर ली।
सपना समझकर भूल जाओ
पांच दिन बाद अश्विनी की मां बेटी से मिलने मुंबई पहुंची। उसने कहा अश्विनी को कुछ दिन के लिए घर भेज दो। उस वक्त शितुल बाहर गया हुआ था। परिजन ने अश्विनी को सुधा के साथ भेज दिया। जब शितुल के पिता बच्चूभाई ने वापस आने के लिए कॉल किया तो अश्विनी ने कहा 'बहुत दिन साथ रही। अब सपना समझकर भूल जाओ। अनिल व राधा ने भी उनसे बात नहीं की। लंबे इंतजार के बाद शितुल बुधवार को छानबीन करते हुए ससुराल पहुंचा। रहवासियों ने बताया तुम तीसरे पति हो। इसके पहले भी दो लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं।
मां फर्जी, पिता का पता नहीं, चाचा-चाची गायब
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्होंने शादी के दौरान सोने की चेन, अंगूठी, पायल बनवाए। अश्विनी जेवर व नकदी लेकर प्रेमी गगन के साथ भागी है। उसने फर्जी नाम-पता बताकर शादी की थी। उसकी मां (सुधा) भी फर्जी है। पिता का कोई पता नहीं है। राधा और अनिल भी नकली चाचा-चाची हैं। इसके पूर्व भी अनिल एक युवती के जरिये ठगी करने के आरोप में जेल जा चुका है।