नई दिल्ली। गुजरात से कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई है। BJP की ओर से दर्ज कराए गए आपराधिक प्रकरण में मेवाणी को आरोपित किया गया है। बताया गया है कि मेवाणी ने 15 तारीख को कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में होने जा रही PM MODI की सभा में उपद्रव की साजिश रच रहे थे। उन्होंने सभा में कुर्सियां उछालने के लिए युवाओं को भड़काया।
क्या है मामला
दरअसल, शुक्रवार को जिग्नेश कर्नाटक के चित्रदुर्ग में थे, जहां उन्होंने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रोजगार के वादे पर बीजेपी और पीएम मोदी को घेरा। इस दौरान जब उनसे कर्नाटक चुनाव में युवाओं के रोल के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने अपने जवाब में पीएम मोदी के खिलाफ सख्त टिप्पणी कर डाली।
जिग्नेश का जवाब ही साजिश
जिग्नेश ने अपने जवाब में कहा, 'युवाओं का रोल ये हो सकता है कि 15 तारीख को पीएम मोदी की बंगलुरु में जो रैली होने वाली है, उनकी सभा में घुस जाएं और कुर्सियां हवा में उछालें। उनके कार्यक्रम को बाधित कर दें और उनसे पूछें कि 2 करोड़ रोजगार का क्या हुआ?'
पीएम मोदी की सभा में कुर्सियां उछालकर रोजगार पर सवाल पूछने तक ही जिग्नेश मेवाणी की सलाह सीमित नहीं रही। उन्होंने नौजवानों से ये भी आह्वान किया कि अगर मोदी रोजगार पर जवाब नहीं देते तो उन्हें कहना कि हिमालय जाकर आराम करें।