भोपाल। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के खिलाफ भारत बंद कराने निकले दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने ग्वालियर के थाटीपुर इलाके में हिंसक कार्रवाई शुरू कर दी। उन्होंने उन दुकानदारों पर हमला कर दिया जो उनकी अपील के बाद भी दुकानें खोले हुए थे। इस दौरान फायरिंग भी हुई। इसके बाद भीड़ बेकाबू हो गई। स्टूडेंट्स से भरी कॉलेज बस को तोड़ दिया गया। वो आसपास के घरों में घुस आए। समाचार लिखे जाने तक घटना स्थल पर कोई प्रभावी कार्रवाई नजर नहीं आ रही थी। रिपोटिंग टाइम, घटना के ठीक 9 मिनट बाद।
ये तो आतंकी हमला लग रहा था
पंकज तिवारी ने बताया कि ग्वालियर के थाटीपुर चौराहे पर अभी आतंकी हमले से बच कर आया हूँ। हजारों लोगों की भीड़ हाथों में लाठी, सरिये लेकर गाड़ी पर हमला करने दौड़ी, किस्मत से आसानी से गाड़ी का यू टर्न हो गया। आज तो सलामत हूँ पर कब तक में और मेरे जैसे बच सकेंगे। देश की महानता की सच्ची तस्वीर के दर्शन हो गए। भारत बंद अर्थात nation in custody.
अस्पतालों तक को बंद करवा दिया
अंकित मिश्रा ने बताया कि कई गाड़ियों में आग लगाई गई है। लोगों के साथ अभद्रता की गई और जान और माल दोनों को क्षति पहुंचाई गई। इन लोगों ने हॉस्पिटल्स तक को नहीं छोड़ा। इस प्रकार विरोध के रूप में सिर्फ और सिर्फ गुंडागिरी करी है।