नई दिल्ली। अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति एक्ट के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बयानबाजी जारी है। भाजपा सांसद भी सुप्रीम कोर्ट पर सवाल उठा रहे हैं। भाजपा सांसद उदित राज ने तो यहा तक कह डाला कि जो लोग आरक्षण का विरोध कर रहे हैं वो राष्ट्रविरोधी हैं। उदित राज यहीं नहीं रुके उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति प्रक्रिया और योग्यता पर भी सवाल उठाए। बता दें कि भारत में किसी भी सांसद से यह अपेक्षा की जाती है कि वो संविधान के दायरे में रहकर आचरण करे।
उदित राज ने ईटीवी भारत को दिये साक्षात्कार में काफी आपत्तिजनक बयान दिए हैं। यह बयान सुप्रीम कोर्ट की मर्यादाओं को लांघने वाला है अत: हम प्रकाशित नहीं कर रहे हैं लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि सांसद उदित राज ने दलित प्रेम जताने के लिए एक सांसद के लिए निर्धारित की गई आचरण संहिता का उल्लंघन किया है। इसके अलावा देश के विभिन्न शहरों में भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा पर भाजपा सांसद ने कहा कि वो किसी भी प्रकार की हिंसा का समर्थन नहीं करते हैं।
राष्ट्र विरोधी हैं आरक्षण का विरोध करने वाले
उन्होंने कहा कि आरक्षण के विरोध में भारत बंद का समर्थन भी किसी वर्ग को नहीं करना चाहिए। उन्होंने आरक्षण का विरोध करने वालों को राष्ट्र-विरोधी बताया। डॉ उदित राज ने कहा कि आरक्षण से दलितों को भागीदारी मिली, जिससे देश का आर्थिक विकास हुआ।