नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश का भगवाकरण जारी है। कुछ दिनों पहले राज्यपाल की सिफारिश पर बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के नाम में बदलाव करते हुए रामजी जोड़ा गया और अब बंदायू में आंबेडकर की ऐसी प्रतिमा लगाई गई है जो नीले की जगह भगवा रंग में है। सबसे हैरानी वाली बात ये है मूर्ति के अनावरण के समय क्षेत्रीय बसपा नेता और कार्यकर्ता और पुलिस अधिकारी भी मौजूद रहे। इस पूरे मामले में बसपा की तरफ से अभी तक किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जबकि सपा नेता सुनील साजन ने इस पर सवाल खड़ा किया है।
थाना कुंवर गांव अंतर्गत ग्राम दुगरैया के पार्क में लगी डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को 7 अप्रैल को असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया था। पुलिस ने अब वहां नई आंबेडकर की मूर्ति आगरा से मंगवाकर लगवाई है। फर्क बस इतना है कि मूर्ति का रंग अब भगवा हो चुका है। जिसकी वजह से मूर्ति चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दें, मूर्ति टूटने के बाद काफी हंगामा भी हुआ था और क्षेत्र में तनाव भी व्याप्त रहा था। जिसके बाद पुलिस ने किसी तरह की अनहोनी से पहले मामले को भांपते हुए मुस्तैदी दिखाई, और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।
इस पूरे मामले पर जब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से वात की गई थी तो उनका कहना था कि पार्क में आगरा से मंगाकर नई मूर्ति भी लगवाई जाएगी। अब मूर्ति तो लग गई लेकिन पोशाक का रंग भगवा होने से चर्चा का विषय बनी हुई है।