नई दिल्ली। लंदन के टाउनहॉल में पीएम नरेंद्र मोदी ने अप्रवासी भारतीयों केे सवालों का जवाब देते हुए एक बड़ी बात कही। उनसे सवाल किया गया था कि क्या उन्होंने 'सरकार के साथ-साथ लोगों को भी काम पर लगा दिया है।' पीएम मोदी ने जवाब दिया कि 'लोकतंत्र कोई कॉन्ट्रैक्ट एग्रीमेंट नहीं है कि मैंने आज ठप्पा मारा वोट दे दिया. 5 साल काम करो मैं बाद में पूछूंगा कि क्या किया, वरना दूसरे को ले आउंगा. ये कोई लेबर कॉन्ट्रैक्ट नहीं है, ये भागीदारी का काम है।' संदेश साफ है, नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि सरकारी कामों में जनता की भागीदारी हो। केवल वोट देकर सवाल पूछेंगे तो यह नहीं चलेगा। सरकार अकेले दम पर विकास नहीं कर पाएगी।
अपनी बात को बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जब आज़ादी की लड़ाई लड़ी जा रही थी, तो 1857 से 1947 तक देश में कई लोग ऐसे थे तो देश के लिए मर-मिटने के लिए तैयार थे और हर जगह ऐसे ही होता था, लोग लड़ाई लड़ रहे थे, शहीद हो जाते थे और फिर दूसरा खड़ा हो जाता था लेकिन महात्मा गांधी ने इस लड़ाई को जन आंदोलन बना दिया। अगर कोई कुछ भी कर रहा होता था तो उसे आज़ादी के साथ जोड़ दिया। पीएम ने कहा कि महात्मा गांधी ने लोगों से कहा कि अगर तुम झाड़ू लगा रहे हो तो आज़ादी के लिए, शिक्षक हैं तो भी आज़ादी के लिए काम कर रहे हैं।
अपनी बात कहते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने पिछले कुछ समय में यही किया है। उन्होंने बताया कि हम टॉयलेट बनाने में, स्वच्छ भारत के अभियान में हर किसी में लोगों को साथ लेकर चल रहे हैं। अगर जनभागीदारी होगी तभी विकास होगा, सरकार अकेले दमपर विकास नहीं कर पाएगी।