नई दिल्ली। SC/ST एक्ट पर दलित संगठनों के उग्र प्रदर्शन और भारत बंद के बाद इस समुदाय की सरकार से नाराजगी भी दिखाई दी है,जिसके चलते केंद्र की सत्तारूढ़ बीजेपी नुकसान की भरपाई अर्थात डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. अब पार्टी देशभर में अंबेडकर जयंती यानी 14 अप्रैल से पांच मई तक ग्राम स्वराज अभियान चलाएगी. बीजेपी अंबेडकर जयंती को राष्ट्रीय न्याय दिवस के रूप में मनाएगी. मोदी सरकार यह भी विश्वास दिलाएगी कि अंबेडकर के सपने को पूरा करने के लिए उनकी सरकार काम कर रही हैं.
मालूम हो कि दलित आंदोलन के दौरान करीब दर्जन भर लोगों की जान चली गई थी, जबकि कई लोग घायल हो गए थे. इसके अलावा हाल ही में संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की मूर्तियों को तोड़ने के मामले भी सामने आए हैं, जिसको लेकर दलित समुदाय में भारी आक्रोश है.
लिहाजा मोदी सरकार और बीजेपी ने दलितों की नाराजगी को दूर करने के लिए यह प्लान तैयार किया है. पीएम मोदी अंबेडकर जयंती से एक दिन पहले 13 अप्रैल को दिल्ली के अलीपुर में अंबेडकर मेमोरियल का उद्घाटन करेंगे. यह मेमोरियल उस स्थान पर बनाया गया है, जहां पर भीमराव अंबेडकर ने अंतिम सांस ली थी.