मुंबई। देश के सबसे बड़े राज्य उत्तरप्रदेश में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के बेटे प्रतीक बब्बर इन दिनों गोवा में अपनी मंगेतर सान्य सागर के साथ छुट्टियां मना रहे हैं। इसी अवसर की एक फोटो वायरल हुई है जिसमें राज बब्बर की बहू सान्य सागर बिकनी में नजर आ रहीं हैं। बता दें, कपल ने लखनऊ में जनवरी 2018 को सगाई की थी। अभी शादी की डेट तय नहीं हुई है। प्रतीक बब्बर राज बब्बर और स्मिता पाटिल के बेटे हैं। राज बब्बर ने 2 शादियां कीं हैं। सान्य बसपा नेता पवन सागर की बेटी हैं।
राज बब्बर ने पहली शादी नादिरा बब्बर से की थी। जिनसे उन्हें आर्य बब्बर और जूही बब्बर दो बच्चे हैं। राज की दूसरी शादी स्मिता पाटिल से हुई जिसके उन्हें एक बेटा प्रतीक बब्बर है। आर्य बब्बर ने 2016 में अपने बचपन की दोस्त जैसमिन पुरी से शादी कर ली है। वहीं प्रतीक का नाम सान्या से पहले एमी जैक्सन और अमायरा दस्तूर के साथ जुड़ चुका है।
6 महीने पहले शुरू हुआ रिलेशनशिप
रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रतीक और सन्या एक-दूसरे को पिछले 8 सालों से जानते हैं। हालांकि दोनों का रिलेशनिशप सगाई से 6 महीने पहले ही शुरू हुआ था। सान्या राइटर, डायरेक्टर है। वे गोल्डस्मिथ यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से ग्रैजुएशन और लंदन फिल्म एकेडमी से फिल्ममेकिंग में स्पेशलाइजेशन कर चुकी हैं। सन्या फिल्म 'द लास्ट फोटोग्राफ' में बतौर प्रोडक्शन असिस्टेंट काम कर चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने सलमा हायक की शॉर्ट फिल्म '11th ऑवर' में बतौर प्रोडक्शन रनर काम किया है।
राज बब्बर से नाराज था प्रतीक, सरनेम तक हटा दिया था
स्मिता पाटिल की डेथ के बाद बब्बर फैमिली को काफी फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ा। यही नहीं, मां की डेथ के बाद प्रतीक की राज बब्बर से नाराजगी इतनी बढ़ गई थी कि उन्होंने चिढ़ के चलते अपने नाम के आगे से बब्बर सरनेम हटा दिया था। प्रतीक ने अपने एक इंटरव्यू में बब्बर सरनेम हटाने पर बात करते हुए कहा था, "मैंने अपने पेरेंट्स को लेकर कई कहानियां सुनी, जो दिमाग में घर कर गईं। पिता से मेरा रिश्ता अजीब सा था। मैं सिर्फ अपनी मां का बेटा बनना चाहता था और उनका नहीं। अब सब ठीक हो गया है और मैं उनके काफी करीब हूं। सौतेली मां (नादिरा बब्बर) और भाई-बहन (आर्य और जूही बब्बर) से रिश्ते अब अच्छे हैं।
ड्रग्स भी लेता था राज बब्बर का बेटा
इन कुछ सालों में अब प्रतीक की पापा राज बब्बर से नाराजगी खत्म हो गई है और वापस से वो अपना पूरा नाम प्रतीक बब्बर लिखने लगे हैं। बता दें, प्रतीक कम उम्र में ड्रग्स की लत लगने के चलते 19 साल में रिहेब सेंटर भी होकर आए थे। मम्मी स्मिता की डेथ के बाद प्रतीक को उनकी नानी ने पाला है हालांकि अब वो भी इस दुनिया में नहीं। नानी की डेथ को प्रतीक अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा नुकसान मानते हैं।