जोधपुर। जोधपुर जेल में लम्बे समय से कैद आसाराम के मामले में सुनवाई पूरी हो गई है। बताया जा रहा है कि जोधपुर एससी-एसटी न्यायालय इस बारे में 25 अप्रैल को फैसला सुनाने वाला है। यह मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में रहने वाली पीड़िता से जुड़ा है। इससे पहले आसाराम ने जमानत के लिए काफी कोशिशें की थीं परंतु उन्हे सफलता नहीं मिल सकी। कोर्ट में पेशी के दौरान आसाराम समर्थकों ने कई बार प्रदर्शन किए। अत: फैसले के रोज कोर्ट एवं आसपास अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्थाएं लगाई जाएंगी।
क्या है मामला
बीते साल शाहजहांपुर की 16 वर्षीय लड़की ने आसाराम पर उनके जोधपुर आश्रम में बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया था। दिल्ली के कमला मार्केट थाने में यह मामला दर्ज कराया गया था, जिसे बाद में जोधपुर स्थानांतरित कर दिया गया। बता दें, उच्चतम न्यायालय ने पिछले साल 28 अगस्त को आसाराम बापू बलात्कार मामले की कार्यवाही में विलंब पर सवाल भी उठाया था।
सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई में देरी पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि कार्यवाही में अनावश्यक रूप से विलंब हुआ और अभियोजन पक्ष के गवाहों पर हमले किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से दो गवाहों की मौत भी हुई है। आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को गिरफ्तार किया था और तब से वह जेल में बंद हैं। अब इस मामले पर 25 अप्रैल को कोर्ट फैसला सुनाएगा।
शाहजहांपुर की पीड़िता के जिस मामले में फैसला सुरक्षित रखा गया है, उस परिवार को आसाराम समर्थकों द्वारा परेशान करने और धमकाने की बात भी सुर्खियों में आई थी। इसके अलावा मामले में दो गवाहों की हत्या भी हो चुकी है। पीड़िता के परिवार को पुलिस की ओर से सुरक्षा भी मुहैया कराई गई थी।
बता दें, इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान और गुजरात में दर्ज मामलों में आसाराम को जमानत देने से इनकार कर दिया था। सूरत में भी दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साईं पर रेप और बंधक बनाने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया था।