नई दिल्ली। तमिलनाडु के राजभवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मंगलवार को महिला पत्रकार के गाल सहलाने के बाद मचे बवाल के एक दिन बाद राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने बुधवार को माफी मांग ली। उन्होंने तर्क दिया कि उन्होंने तो महिला पत्रकार को अपनी पोती समझकर और पत्रकार के रूप में आपके कार्य की सराहना करते हुए गाल पर थपकी दी थी। महिला पत्रकार ने उनके तर्कों को अस्वीकार करते हुए कहा कि एक महिला गुड टच और बेड टच को अच्छी तरह से समझती है।
राज्यपाल पुरोहित की तरफ से लक्ष्मी सुब्रमण्यम को यह लिखा गया- “मैने आपके गाल पर थपकी अपनी पोती की तरह समझकर दी। मैने पत्रकार के तौर पर आपके प्रदर्शन की सराहना के तौर पर ऐसा किया क्योंकि मैं खुद भी उसी पेशे के सदस्य के तौर पर 40 वर्षों तक रहा हूं।” हालांकि, पत्रकार ने ट्वीटर कर यह कहा कि राज्यपाल की तरफ से मांगी गई माफी को वह स्वीकार तो करती हैं लेकिन वह राज्यपाल पुरोहित की तर्कों से सहमत नहीं हैं।
बता दें कि पिछले दिनों एक अंग्रेजी अखबार ने खुलासा किया था कि दक्षिण भारत के राज्यों में से किसी एक के राजयपाल के खिलाफ शिकायत मिली है कि वो महिलाओं के प्रति सम्माजनक नजरिया नहीं रखते और मौका मिलते ही डर्टीटच करते हैं। यौनशोषण की इन शिकायतों पर प्रारंभिक तौर पर खबर लीक हुई थी कि गृहमंत्रालय इसकी जांच करा रहा है परंतु भारतीय संविधान में प्रदत्त शक्तियों के चलते राज्यपाल के खिलाफ इस तरह की जांच या कार्रवाई नहीं की जा सकती। मप्र में व्यापमं घोटाले में संलिप्तता प्रमाणित हो जाने के बाद भी तत्कालीन राज्यपाल के खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर खारिज कर दी गई थी।