LUCKNOW | UP NEWS LIVE नाम अफजाल चौधरी, पद: अल्पसंख्यक आयोग का पूर्व सदस्य, पेशा: ठगी, तरीका: ऐसा कि सुनकर किसी के भी कान खड़े हो जाएं। जालसाजी के आरोपी भाजपा नेताओं की लिस्ट में ऐसी करतूत इससे पहले शायद ही कभी दर्ज हुई हो। अफजाल चौधरी ने कई फर्जी सिम इश्यू करवा लीं थीं। सभी सिम को भाजपा के बड़े बड़े नेताओं के नाम से ट्रू कॉलर पर सेव कर लिया और फिर अधिकारियों पर दवाब बनाकर कई गैरकानूनी काम करवाए। चौंकाने वाली बात तो यह है कि योगी आदित्यनाथ सरकार के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा को यशवंत सिन्हा बनकर फोन किया और वो इसे सच भी मान बैठे।
अफजाल चौधरी ने अब तक कितने गैरकानूनी काम करवाए और अधिकारियों से कितने पैसों की वसूली की, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है। गाजियाबाद पुलिस ने बताया कि अफजाल चौधरी को लोनी स्थित उनके निवास से शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उनके पास से पुलिस ने 5 फर्जी सिम भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने अफजाल चौधरी के साथ उनके एक साथी कृष्ण कुमार को भी गिरफ़्तार किया है।
इस तरह करता था धोखाधड़ी
अफजाल चौधरी पर आरोप है कि वह अफसरों को फोन कर खुद को कभी BJP का बड़ा नेता तो कभी किसी राज्य का मुख्यमंत्री बताकर उन पर गैर कानूनी काम करने का दवाब बनाता था। अफजाल ने एकबार खुद को गुजरात का पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला बताकर ग़ाज़ियाबाद की डीएम रितु माहेश्वरी पर एक ज़मीन विवाद को किसी व्यक्ति विशेष के पक्ष में करने की सिफ़ारिश की थी। इसी तरह अफजाल ने खुद को अटल बिहारी बाजपेयी सरकार में मंत्री यशवंत सिन्हा बताकर ग़ाज़ियाबाद के एसएसपी को फ़ोन किया और गैर कानूनी काम करने का दबाव डाला।
ट्रू कॉलर के थ्रू करता था ठगी
शीर्ष अधिकारियों को रौब में लाने के लिए अफजाल चौधरी ने बाकायदा अपराधियों जैसी साजिश रची थी। उसने कई फर्जी सिम इश्यू करवाए और मोबाइल एप ट्रू कॉलर पर उन सिम नंबर्स को बड़े-बड़े नेताओं के नाम से सेव कर लिया। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के नाम से भी अफजाल ने फर्जी सिम सेव कर रखे थे। इसी के चलते जब अधिकारियों पर इन नंबर्स से फोन आता तो वे दबाव में आ जाते।
उप-मुख्यमंत्री तक को फोन कर बनाया दबाव
अफजाल चौधरी का हौसला इतना बढ़ चुका था कि उसने एकबार योगी सरकार में उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा तक को फोन कर अधिकारियों की काम न करने की शिकायत तक कर डाली। इसके बाद उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने जब गाजियाबाद के SSP से पूछा कि वह यशवंत सिन्हा की बात क्यों नहीं सुन रहा तो SSP ने फोन करने वाले व्यक्ति के फर्जी होने का शक जताया।गाजियाबाद के अधिकारियों को जब शक हुआ तो उन्होंने छानबीन और पूरी हकीकत सामने आ गई। अफजाल चौधरी की हकीकत जब लखनऊ पहुंची तो फौरन अफजाल चौधरी को आयोग के सदस्य पद से बर्खास्त कर दिया गया।
CM योगी ने किया बर्खास्त
गाजियाबाद के BJP नेता अफजाल को योगी सरकार ने बीते 5 फरवरी को आयोग का सदस्य नियुक्त किया था लेकिन लगातार शिकायतें मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफ़जाल चौधरी को उसके पद से हटा दिया। पद से हटाए जाने के तीसरे ही दिन अफजाल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अल्पसंख्यक आयोग के डायरेक्टर शेषमणि पांडेय ने गुरुवार को अफजाल चौधरी को पद से हटाए जाने का आदेश जारी किया था। अपने आदेश में उन्होंने कहा कि बर्खास्तगी के साथ ही अफजाल चौधरी की सभी सेवाएं तत्काल प्रभाव से खत्म कर दी गई हैं।