नीमच। 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान सैंकड़ों व्हाट्सएप ग्रुप पर दलितों को भड़काने वाली पोस्ट साझा की गई। पुलिस ने 50 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुपों की पहचान कर ली है। पुलिस के पास इन व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा किए गए बयानों के पर्याप्त साक्ष्य उपलब्ध हो गए हैं अत: सभी व्हाट्सएप ग्रुप के एडमिन को नोटिस जारी किए गए हैं। बता दें कि एमपी में दलित आंदोलन और बंद के दौरान पुलिस ने कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दिया था और कई जिलों में प्रशासन सोशल मीडिया पर भी नजर बनाए हुई थी। इसी क्रम में नीमच जिले से आंदोलन और बंद के दौरान व्हाट्सएप ग्रुपों के जरिए कई आपत्तिजनक मैसेज पोस्ट किए जाने की सूचनाएं प्रशासन को मिल रही थी।
ऐसे सभी आपत्तिजनक और शांतिभंग किए जाने वाली पोस्ट पर पुलिस नजर बनाए हुई थी। पुलिस ने पहले एक दलित की बारात को लेकर माहौल ख़राब करने वाले 20 लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की और साथ ही कई व्हाट्सअप ग्रुप के एडमिनों को भी नोटिस जारी कर दिया।
बताया जा रहा है कि नोटिस जारी करने के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने और विवादित पोस्ट करने वालों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने फ़िलहाल 62 लोगों को नोटिस जारी किए हैं। नीमच के एएसपी जितेंद्र सिंह पवार ने बताया है कि हम सोशल मीडिया पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।