![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgL8OS2noDpBJOM5BckwjIPRFnjCIFfHMvDAbsA5fCRO_7RcIBXbF-1qTrg1PoCePufEZKHV2XlHz84A55q63omUL9ahhfV9icY3LuTWCxN1Bey1dH7o9I7LMmxijkcLeMMckG6g17-HaZS/s1600/55.png)
मंदसौर में एक कार्यक्रम में शामिल होने आये हार्दिक ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, यदि कांग्रेस मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाती है तो हम इसका विरोध नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा तो व्यक्तिगत भी मानना है कि सिंधिया को आगे लाना चाहिए। हार्दिक ने कहा कि मध्यप्रदेश में पिछले करीब 15 वर्षों के भाजपा नीत सरकार के राज को परिवर्तित करना है, यहां की व्यवस्था को परिवर्तित करना है लेकिन यह तभी संभव है, जब जनता जागरूक होगी। उन्होंने कहा कि हम उनका विरोध करते हैं जो सरकारें वादे करती हैं, लेकिन निभाती नहीं। पटेल ने कहा कि यदि सरकार दो करोड़ लोगों को रोजगार दे देती है और स्वामीनाथन कमीशन की अनुशंसाओं को लागू कर देती हैं तो वह विरोध नहीं करेंगे।
दारोमदार दिग्विजय सिंह पर
बता दें कि मप्र में कांग्रेस का चेहरा होगा या नहीं होगा और होगा तो कौन होगा। सारा दारोमदार दिग्विजय सिंह पर ही है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भले ही मप्र की सक्रिय राजनीति में शामिल नहीं होते परंतु मप्र कांग्रेस को वो अपने रिमोट से चलाते हैं। उनके फालोअर्स कांग्रेस के प्रमुख पदों पर हैं एवं कई बार वो लास्ट मिनट पर फैसले बदलवाने का जादू दिखा चुके हैं। देखना रोचक होगा कि अब फिर से शुरू हुआ सिंधिया विरुद्ध सिंह की लड़ाई में क्या नतीजा आता है।