नई दिल्ली। धरती पर स्वर्ग कहलाने वाले जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में सूखे के हालात बन गए हैं। लोग गर्मियों में छुट्टियों में मौसम की मार से राहत पाने के लिए श्रीनगर जाते हैं। यहां भीषण गर्मी पड़ रही है। श्रीनगर में इस साल मार्च में सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने किसानों को धान की खेती नहीं करने की सलाह दी गई है। कृषि विभाग किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एक आकस्मिक योजना तैयार कर रहा है। बता दें कि धान की खेती में काफी पानी जरूरत होती है। यह खबर पर्यावरण एवं मौसम पर काम करने वाले शाधार्थियों के लिए बहुत बड़ी घटना से कम नहीं है। बताया जा रहा है कि जब से मौसम का रिकॉर्ड रखा जा रहा है। यह पहली बार है जब इतनी गर्मी दर्ज की गई। कहते हैं कि 1971 में भी ऐसे ही हालात थे।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कश्मीर घाटी में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक दर्ज की गयी। विशेषकर मार्च के महीने में, दिन का तापमान सामान्य से 8 से 11 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया। हालांकि इस महीने थोड़ी राहत रही लेकिन अधिकतम तापमान अभी भी सामान्य से ऊपर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि इस साल मार्च के महीने में घाटी में अधिक गर्मी दर्ज की गयी और अधिकतम तापमान ने करीब पांच दशक पुराने रिकार्ड को तोड़ दिया।
1971 के बाद ऐसे हालात
उन्होंने बताया कि इस साल मार्च के अंतिम दिन श्रीनगर का अधिकतम तापमान 28.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्य से 10.7 डिग्री सेल्सियस अधिक है। अपने रिकार्ड इतिहास में राजधानी शहर में यह सबसे अधिक उच्च तापमान दर्ज किया गया। अंतिम रिकार्ड 27 मार्च 1971 का रहा है और श्रीनगर का अधिकतम तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गय था। उन्होंने बताया कि पूरे कश्मीर घाटी में अभी भी दिन का तापमान सामान्य से अधिक है। हालांकि इस महीने की शुरूआत में हल्की बारिश से थोड़ी राहत मिली है।