नई दिल्ली। फेसबुक डाटा लीक मामल में बवाल मचने के बाद अब पीएम नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि भारत में चलने वाली सोशल मीडिया और ऐसी तमाम बेवसाइट जो यूजर्स का डाटा कलेक्टर करतीं हैं, सर्वर भी भारत में ही लगाएं ताकि उनमें विदेशी दखल की संभावना ही समाप्त हो जाए। बता दें कि फिलहाल ज्यादातर सर्वर अमेरिका में लगे हुए हैं और एक विशेष कानून के तहत रेगुलेट होते हैं। भारत में बेवसाइट के संचालन, सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए कोई कानून ही नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक पिछले हफ्ते केंद्रीय कैबिनेट की एक बैठक हुई थी जिसमें कैम्ब्रिज एनालिटिका द्वारा फेसबुक डाटा लीक को लेकर भी चर्चा हुई थी। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी ने वरिष्ठ मंत्रियों से कहा कि इस मामले पर क्या किया जा सकता है इसके लिए सोचा जाए और समाधान पर विचार हो।
वहीं चर्चा इस बात के साथ खत्म हुई कि जितनी भी सोशल मीडिया साइट्स हैं उनमें से किसी का भी सर्वर भारत में नहीं है। अगर इनके सर्वर भारत में लगाए जाते हैं तो डाटा लीक पर कंट्रोल किया जा सकता है। बता दें कि गूगल, इंस्टाग्राम, ट्विटर, व्हाट्सऐप और फेसबुक जैसी साइट्स के सर्वर विदेशों में हैं, हालांकि इन कंपनियों द्वारा लिए गए डाटा को अमेरिकी कानून और कुछ अंतरराष्ट्रीय समझौतों के द्वारा रेगुलेट भी किया जाता है।