इंदौर। पुलिस ने PROFIT GURU INDORE नाम की कथित कंपनी के संचालकों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इसे एक रैकेट बताया है जो शेयर बाजार में निवेश कर गारंटीड मोटा मुनाफा का लालच देकर लोगों से ठगी किया करता था। गिरफ्तार किए गए लोगों मेंं 5 पुरुष एवं 1 युवती शामिल हैं। गिरफ्तार मप्र पुलिस की इंदौर क्राइम ब्रांच ने की है। बताया गया है कि ये सभी लोग अपना नाम व नंबर बदल बदलकर लोगों से संपर्क करते थे।
कौन कौन हुआ गिरफ्तार
एएसपी (क्राइम) अमरेंद्रसिंह के मुताबिक सुदामा नगर निवासी बैंककर्मी योगेश दुबे की शिकायत पर शेयर इन्वेस्टमेंट एडवाइजरी कंपनी 'प्रॉफिट गुरु' के संचालक सतीश शुक्ला, सुमित उर्फ विवेक शर्मा, प्रेम मीणा उर्फ रवि वर्मा, स्वाति उर्फ रिद्धिमा शर्मा उर्फ रिशिका शर्मा, राहुल उर्फ अंकुश चौहान व चिन्मय भट्टाचार्य उर्फ आदित्य प्रताप के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया था।
यह थी शिकायत
फरियादी ने पुलिस को बताया कि वह निजी बैंक में जॉब करता है। फरवरी 2018 में रवि वर्मा नामक व्यक्ति ने कॉल कर कहा कि वह प्रॉफिट गुरु (शेखर सेंट्रल पलासिया) कंपनी में रिसर्चर है। कंपनी के जरिए शेयर बाजार में निवेश करने पर लाखों रुपए का मुनाफा करवा सकता है। योगेश ने कंपनी की वेबसाइट पर जानकारी जुटाई और रजिस्ट्रेशन के लिए खाते में 1 हजार रुपए जमा करवाए। फिर रवि की सलाह पर 45 कंपनियों के शेयर खरीद लिए। कुछ दिनों बाद ही शेयर में उसे घाटा होने लगा। शिकायत करने पर सुपरवाइजर विवेक शर्मा ने कहा कुछ दिन रुकना पड़ेगा, इसके बाद शेयर निवेश की राशि दोगुना मिल जाएगी। कई दिन बाद भी फायदा नहीं होने पर विवेक ने कहा डिमेट खाता स्वयं की बैंक से हटाकर फिनोफिन्टेक में खुलवाना पड़ेगा।
खाता एक्टिवेट नहीं होने पर हुआ शक
कुछ दिन बाद रिद्धिमा ने ऋषिका बनकर कॉल किया। उसने कहा फिनोफिन्टेक प्रॉफिट गुरु की सहयोगी कंपनी है। यह आरबीआई से भी अप्रूव्ड है। उसने नए खाते के लिए एक लाख रुपए मांगे और 70 हजार रुपए जमा करवा लिए। कई दिन बाद भी खाता एक्टिवेट नहीं होने पर शक हुआ। जानकारी निकालने पर पता चला कि रिद्धिमा प्रॉफिट गुरु की कर्मचारी है। वह सतीश के इशारे पर काम करती थी। पुलिस ने सतीश, स्वाति, चिन्मय व सुमित को गिरफ्तार किया है, जबकि राहुल फरार है।
कंपनी ही फर्जी है
PROFIT GURU की आधिकारिक बेवसाइट profitguru.co.in पर इसे एक कंपनी बताया गया है परंतु Ministry of Corporate Affairs के रिकॉर्ड में इस नाम की कोई कंपनी ही नहीं है। केवल 2 कंपनियां है जिनमें PROFIT GURU शब्दों का उपयोग किया गया है। पहली कंपनी का नाम है PROFIT GURU OPC PRIVATE LIMITED और दूसरी का नाम PROFIT GURU RESEARCH PRIVATE LIMITED है। दोनों में से एक भी कंपनी का पता इंदौर नहीं है। इनके डायरेक्टर्स के नाम भी गिरफ्तार किए गए आरोपितों से मेल नही खाते। अत: यह संदेह किया जा सकता है कि इंदौर से संचालित होने वाली PROFIT GURU एक फर्जी कंपनी थी।