
एसपी मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि एसडीएम अर्पित वर्मा रेत की गाड़ियों के चक्कर में, रात में निकले थे। इस संबंध में न तो थाने से किसी बल की मांग की गई थी ना ही एसडीओपी चुरहट जो उनके समकक्ष अधिकारी हैं। को कोई जानकारी दी गई थी। ये कुछ व्यक्तियों के साथ रेत की गाड़ियों के पीछे निकले थे। इन्हे आशंका हुई कि कुछ मोटरसाइकल वाले इनका पीछा कर रहे हैं। इन्होंने बाईक सवारों को रोका और थाने भिजवा दिया। एसडीएम ने इस घटना के बाद बल की मांग की तो उन्हे उपलब्ध करा दिया गया। इससे पहले एसडीएम ने थाना प्रभारी को अपशब्द भी कहे थे।
एसपी श्री श्रीवास्तव ने कहा कि एसडीएम अर्पित वर्मा को पूर्व में एक गनमैन दिया गया था जिससे ये शराब मंगवाते थे एवं आसामाजिक तत्वों के साथ अपने आवास में शराब पीते थे। उक्त गनमैन को इनके द्वारा अवकाश के दिनों में उत्तरप्रदेश ले जाया गया। इस घटना के बाद इनसे गनमैन वापस ले लिया गया था। इस घटना के बाद इन्हे फिर से गनमैन दे दिया गया है। इनकी सुरक्षा का कोई खतरा नहीं है, सुर्खियों में आने के लिए नाटक कर रहे हैं।
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