नई दिल्ली। चाय वालों के अच्छे दिन आ रहे हैं। गुजरात का चायवाला भारत का प्रधानमंत्री बन गया है तो जैसलमेर के चायवाले का बेटा अब कलेक्टर/डीएम बनेगा। उसने यूपीएससी में 82वीं रैंक हासिल की है। देशलदान नाम के इस युवक के पास पढ़ाई तक के पैसे नहीं थे। पिता ने ब्याज पर पैसे लेकर बेटे की पढ़ाई करवाई। अब सारा क्षेत्र चायवाले 'कुशलदान' को पहचान गया है और बधाईयां दे रहा है।
यूपीएससी सिविल सर्विस 2017 के परिणामों में जैसलमेर निवासी देशलदान का चयन हुआ है। उन्होंने 82वीं रैंक हासिल की है। पूर्व में उनका चयन आईएफएस में भी हो चुका है। देशलदान के आईएएस चयन की खबर मिलते ही उनके पैतृक घर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। तभी से लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा है।
स्वर्णनगरी के चूंगी नाका चौराहे पर चाय की दुकान चलाने वाले कुशलदान ने कड़ी मेहनत करके अपने बेटे देशलदान की परवरिश की। बचपन से ही देशलदान पढ़ाई में अव्वल था और उसके पिता ने भी हर मौके पर अपने बेटे का सहयोग किया। चाय की स्टाल लगाने वाले पिता को विश्वास था कि देशलदान उसका नाम रोशन करेगा। शिक्षा को लेकर पिता कुशलदान ने अपने बेटे देशलदान की हर क्षेत्र में मदद की।
देशलदान की पढ़ाई के दौरान उसके पिता ने ब्याज पर पैसे लेकर भी उसकी शिक्षा को लगातार जारी रखा। देशलदान के आईएएस में चयन की खबर मिलने के साथ ही परिवार में उत्सव जैसा माहौल बन गया। आज उसके बेटे ने भी उनकी उम्मीदों पर खरा उतरते हुए पिता का नाम रोशन कर दिया है।