नई दिल्ली। दलित समाज ने अब उन नेताओं को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है जो दलितों की राजनीति करते हुए प्रमुख पदों पर जा बैठे हैं और एससी/एसटी एक्ट के मामले में चुप हैं। गुजरात के सूरत में इसका एक नजारा देखने को मिला जब मोदी सरकार के सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले की ओर दलित समाज के ही एक युवक ने काला कपड़ा फेंका। विरोध करने वाले युवक का कहना था कि एनडीए सरकार दलित नेता अपने समाज पर हो अत्याचार के खिलाफ चुप्पी साधे हुए हैं।
दरअसल, रामदास अठावले एक कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे तभी एक दलित युवक उनकी कुर्सी के पीछे आकर खड़ा हो गया। केंद्रीय राज्यमंत्री मीडिया के सामने बोल रहे थे, तभी इस युवक ने अपनी जेब से काला कपड़ा निकाला और उनकी तरफ फेंकते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। यह सब मीडिया के सामने हुआ। मंत्री का विरोध करने वाले युवक का नाम कुणाल सोनवणे है। बताया जा रहा है कि विरोध करने वाले युवक कुणाल की मां सूरत महानगर पालिका के वार्ड नंबर 18 से कांग्रेस की पार्षद हैं।
इसलिए नाराज था दलित युवक
प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद लोगों ने विरोध करने वाले युवक को पकड़ कर बाहर ले गए। कृणाल का कहना है कि बीजेपी का साथ देने वाले दलित नेताओं को अपने समाज का विकास करना चाहिए था, लेकिन एनडीए सरकार में शामिल दलित नेता अपने समाज पर हो अत्याचार पर चुप्पी साधे हुए हैं। वहीं अठावले इस विरोध को साजिश करार दिया। यह पूरा वाकया मीडिया के कैमरों के सामने ही हुआ।
WATCH: Youth shows black cloth to Union Minister Ramdas Athawale during a confrence in Surat. #Gujarat pic.twitter.com/aR9QZia1In— ANI (@ANI) April 8, 2018