![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjqqzc-N8PfOnUaWJQmGgD9rZBBkSCcgHGUhV9j540xQTZLcb5SqZoW4wwQ8qX2h8bFKk_KV4G9Ntj23ITgue_NdDoP4DE-_SAaVPcg_xwBEgCpsMJHKR-v8bL3H5q5Pbgcf0_lBSF65Wps/s1600/55.png)
मामला ग्वालियर में उनकी विधानसभा क्षेत्र में आयोजित सामाजिक कार्यक्रम का है। यहां सबसे पहले आयोजकों ने कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रदुम्न सिंह तोमर को मंच पर बुला लिया। बस इसी बात से मंत्री जी बिफर गए। जैसे तैसे उनको मना कर फीता कटवाया गया। इसके बाद मंत्री नारायण सिंह कुशवाह मंच से नीचे उतर कर पहली पंक्ति में बैठे गए। आयोजकों ने मंत्री को समझाने का प्रयास किया पर वह नहीं माने।
अंत में पूर्व कांग्रेसी विधायक प्रद्युम्न सिंह और आयोजकों ने नीचे उतर कर उनको समझाया। मंत्री का कहना था उनकी बेइज्जती की गई है। जबकि माइक पर बार बार मंत्री को और अन्य अतिथियों को बैठने के लिए आमंत्रित किया जा रहा था। बावजूद इसके उनका गुस्सा शांत नहीं हो रहा था। समाज के कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी आए और माफी मांगी, तब जाकर मंत्री का गुस्सा शांत हुआ और मंच पर बैठने को राजी हुए।