
जब उनसे इस बारे में पूछा गया कि स्मृति ईरानी के कार्यकाल में सूचना-प्रसारण मंत्रालय ने पिछले महीने न्यूज पोर्ट्ल्स और मीडिया वेबसाइट्स के नियमन के लिए एक समिति गठित करने का आदेश दिया था, इस पर वे क्या कहना चाहेंगे तो उन्होंने इस तरह की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि सरकार की न्यूज पोर्ट्ल्स और मीडिया वेबसाइट्स के नियमन की कोई योजना नहीं है। मुझे लगता है कि आपने इसे गलत समझ लिया। राठौड़ ने कहा कि सरकार मीडिया के आत्म विनियमन में विश्वास रखती है।
राठौड़ ने संवाददाताओं को बताया, ‘प्रधानमंत्री मोदी भी इस बात को लेकर बेहद स्पष्ट हैं कि हमारे देश में मीडिया लोकतंत्र का बेहद महत्वपूर्ण स्तंभ है और उन्हें आत्म अनुशासन करना होगा। उन्होंने इस दौरान प्रसार भारती को सशक्त किए जाने की भी बात कही। उन्होंने कहा इसके लिए बेहतर व सूचनात्मक कार्यक्रमों को उच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
राठौड़ ने कहा कि सरकार पिछले चार वर्षों में देश की जनता के साथ द्विपक्षीय संचार स्थापित करने में कामयाब रही है। हम इसे जारी रखेंगे। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पूरी तरह से स्वतंत्र हैं। हम उम्मीद करते हैं कि लोग जिम्मेदारी के साथ अपने विचार रखेंगे। गौरतलब है कि अभी तक सूचना प्रसारण मंत्री का पदभार स्मृति ईरानी संभाल रहीं थी, लेकिन अब उनसे यह जिम्मेदारी लेकर इसी मंत्रालय में राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को स्वतंत्र रूप से सौंपी गई है।