नई दिल्ली। कर्नाटक चुनाव अंतिम समय में काफी रोचक हो गया। चुनाव रुझान में भाजपा सबसे आगे निकली लेकिन बहुमत के जादूई आंकड़े से पीछे रह गई। इधर भाजपा जश्न मना रही थी और उधर कांग्रेस, एसडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाने की रणनीति पर काम कर रही थी। एक समय तो लगा कि कांग्रेस आगे निकल गई, लेकिन फिर वही हुआ जो कांग्रेस में होता है। कांग्रेसी रणनीति बनाते रह गए और भाजपा के सीएम कैंडिडेट बीएस येदियुरप्पा राजभवन जा पहुंचे। उन्होंने सरकार बनाने का दावा ठोक दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि वो 48 घंटे में बहुमत साबित कर देंगे।
इधर कांग्रेस ने तीसरी बड़ी पार्टी जेडीएस को समर्थन देने की घोषणा कर दी है। जेडीएस ने समर्थन स्वीकार कर लिया है और राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है। येदियुरप्पा के बाद जेडीएस नेता कुमारस्वामी राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे, जेडीएस के सपोर्ट में कांग्रेस नेता सिद्धारमैया भी राजभवन पहुंचे। इससे पहले सिद्धारमैया इस्तीफा देने अपने साथी नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे। उनके साथ दिनेश राव गुंडू, रिजवान अरशद और जी. परमेश्वर भी थे। सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार बनाएंगे और पार्टी के वरिष्ठ नेता देवगौड़ा और कुमारस्वामी से बात करेंगे।
कुल मिलाकर दोनों पार्टियों ने अपनी चालें चल दीं हैं। अब राजभवन का रुख देखना बाकी है। मजेदार बात यह है कि जो पार्टी तीसरे नंबर पर थी अब वह नंबर 1 पर आ गई है। इधर कांग्रेस ने उन्हे सरकार बनाने के लिए समर्थन दे दिया है तो उधर भाजपा नेता येदियुरप्पा को पूरी उम्मीद है कि अमित शाह का गणित फेल नहीं होगा। वो हर हाल में जेडीएस को मना लेंगे और सरकार में शामिल करेंगे।