ग्वालियर। बिरला नगर रेलवे स्टेशन पर खड़ी एपी एक्सप्रेस में आगजनी करने वाले पहचान तो लिए गए हैं परंतु उन्हे कभी पकड़ा नहीं जा सकेगा। क्योंकि वो फरार हो गए हैं और कहां छुपे हैं कहा जा नहीं जा सकता। हो सकता है वो किसी दूसरी ट्रेन में सवार होकर भारत के किसी दूसरे हिस्से में पहुंच चुके हों। जी हां, ये चूहे हैं जो ट्रेनों की एसी बोगियों में पाए जाते हैं। एपी एक्सप्रेस में आग का कारण चूहे ही थे। पिछले तीन माह से इस ट्रेन में चूहे परेशानी का कारण बने हुए थे। यात्री, रेल मंत्री को ट्वीट कर भी इसकी शिकायत कर चुके थे, इसके बाद भी समस्या हल नहीं हुई थी।
मुख्य संरक्षा अधिकारी एसके कश्यप का शॉर्ट सर्किट की आशंका जताना भी इसी तरफ इशारा कर रहा है। एपी एसी एक्सप्रेस में चूहों की शिकायत गंभीरता से नहीं लेना रेलवे को भारी पड़ गया है। ग्वालियर के उप स्टेशन बिरला नगर पर एपी एसी एक्सप्रेस के दो कोच जलकर खाक होने की घटना की रेलवे जांच कर रहा है।
हादसे की पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। इससे हादसे में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही भी साफ दिखती है। पता चला कि एपी एसी एक्सप्रेस ट्रेन में मार्च से मई के बीच चूहों को लेकर लगातार शिकायत की जा रही थी। यात्रियों ने रेल मंत्री को भी ट्वीट किया था, इसके बाद भी समस्या को हल करने में गंभीरता नहीं दिखाई गई।
झांसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज सिंह का कहना है कि यह ट्रेन हमारे डिवीजन से ओरिजनेट नहीं होती है। हमारे यहां से केवल पास होती है। ट्रेन में जो कुछ होना होता है वह ओरिजनेट स्थल से ही होता है। हमें शिकायत मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाती है।