इंदौर। सीएम शिवराज सिंह चौहान की मंदसौर में आयोजित हुई सभा में श्रोताओं को लाने ले जाने के लिए बसों की जरूरत थी परंतु बस आॅपरेटर्स ने बसें देने से इंकार कर दिया। आरटीओ ने 250 बसों की डिमांड की थी जो पूरी नहीं की गई। बस मालिकों का कहना है कि उन्हे अभी तक पिछला भुगतान ही नहीं हुआ है। करीब डेढ़ करोड़ रुपए उधार हो गया है। जब तक पुराना पेमेंट क्लीयर नहीं होता, नई बुकिंग भी नहीं होगी। आनन फानन मे राजस्थान से बसें बुलाईं गईं, जबकि कई स्कूलों की बसें जबरन कब्जा कर ली गईं। बता दें कि चुनावी साल में शिवराज सिंह सरकार को बसों की काफी जरूरत पड़ने वाली है।
प्राइम रूट बस ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने बताया कि हमसे 250 बसें मांगी गई थी। प्रति बस 21 हजार रुपए देने का कहा था। यह भी कहा था कि एंडवास के रूप में 16 हजार रुपए मंगलवार शाम तक खाते में आ जाएंगे। लेकिन पैसे नहीं आए । अधिकारियों ने हमसे कहा कि अभी बसें दे दें। बाद में भुगतान हो जाएगा। लेकिन हमने मना कर दिया।
अभी शासन से हमें 1.29 करोड़ रुपए लेना है। पूर्व में हमने प्रधानमंत्री की सभा, मुख्यमंत्री के कार्यक्रम सहित अन्य आयोजन के लिए बसें दी थीं, जिसका भुगतान हमें अभी तक नहीं किया गया। इधर, परिवहन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक मंगलवार सुबह निर्देश मिले थे। शाम तक एडवांस पैसा भी देने को कहा गया था, लेकिन पैसे नहीं आए।