रतलाम। 15 साल पहले कांग्रेस के वक्त बिजली बंद होने पर रात को लोग सड़कों पर चड्डी-बनियान में घूमते थे। दिग्विजयसिंह ने सारी व्यवस्थाएं चौपट कर दी थीं। लाइट ना होने से सिंचाई तक नहीं हो पाती थी। तब समस्याएं सुनकर उस वक्त के सीएम खी... खी... खी करते थे। मैंने सीएम पद का मायना बदला, जिम्मेदारी आने के बाद एक भी दिन आराम नहीं किया। सड़कें ऐसी हो गईं कि पेट का पानी तक नहीं हिलता। सूखे के बाद भी शिवराज ने कांग्रेस को ऐसी भन्नाटी दी कि वह जमीन पर आ गई। यह बात सीएम शिवराजसिंह चाैहान ने कही। वे बुधवार शाम को निर्धारित समय से करीब 30 मिनट लेट मंदसौर पहुंचे।
सीएम यहां मंदसौर-नीमच जिले के असंगठित श्रमिक, तेंदूपत्ता संग्राहक सम्मेलन व अंत्योदय मेले के अवसर पर बोल रहे थे। हर गरीब के नाम जमीन होगी, शहर में जमीन कम पड़ी तो बिल्डिंग बनाकर कई लोगों को जगह देंगे। प्रदेश में 97 लाख 50 हजार गरीब चिह्नित हुए हैं, हर साल 10 लाख गरीबों को मकान बनाकर देंगे। साथ ही किडनी, हार्ट समेत अन्य बीमारी के इलाज में गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र जैसे अस्पतालों में गरीबों को इलाज की सुविधा मिल सकेगी। इसी तरह उनके बच्चों की फीस सरकार भरेगी, चाहे बच्चे आईआईटी, आईआईएम, पॉलिटेक्निक या मेडिकल की पढ़ाई करें। प्रभारी मंत्री अर्चना चिटनीस, राज्य कृषक आयोग अध्यक्ष ईश्वरलाल पाटीदार, भाजपा प्रदेश महामंत्री बंशीलाल गुर्जर, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष मदनलाल राठौर, मंडी अध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, गरोठ विधायक चंदरसिंह सिसौदिया, जिला महामंत्री अजयसिंह चौहान भी मौजूद रहे।
Rahul gandhi की सभा के बाद सीएम दोबारा आएंगे
भाजपा सूत्रों के मुताबिक सीएम शिवराज 6 जून को राहुल गांधी की सभा के बाद दोबारा मंदसौर आएंगे। कांग्रेस की ओर से कार्ड ओपन होेने के बाद भाजपा अपना दाव चलेगी। यही कारण रहा कि बुधवार सम्मेलन में सीएम ने किसानों के लिए कोई नई घोषणा नहीं की। जून-जुलाई में सीएम फिर से मंदसौर जिले में आएंगे।
CM के दो बैग ज्ञापन से भरे
राज्य अध्यापक संघ के प्रतिनिधिमंडल ने संविलियन सहायक शिक्षक, शिक्षक एवं व्याख्याता पदनाम पर ही लिए जाने के विषय पर प्रांतीय महासचिव दिनेश शुक्ला के नेतृत्व मे ज्ञापन दिया। इसी तरह प्रताप सेना ने जिलाध्यक्ष योगेंद्रसिंह चुंडावत ने धर्मशाला की जमीन मामले के संबंध में, मप्र संविदा संयुक्त संघर्ष मंच ने संविदा कर्मचारियों के नियमितिकरण, स्थायीकरण के संबंध में ज्ञापन दिया। इसी तरह कई लाेगों ने समस्याओं पर निजी आवेदन भी दिए और निराकरण की मांग की। जनता के बीच घूमकर 4 लोगों ने उक्त ज्ञापन एकत्र किए जो सीएम के साथ अाए अधिकारी को मंच पर दिए गए।
Media को चुप कराते रहे BJP विधायक सिसौदिया, CM ने जवाब नहीं दिए
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने बुधवार को मंदसौर में मीडिया से करीब आधे घंटे तक चर्चा की लेकिन किसान आंदोलन से जुड़े हर सवाल को वे टाल गए। इस दौरान मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया तो किसान आंदोलन से जुड़े सवाल करने वाले मीडियाकर्मियों को पूरे समय इशारे से रोकने का काम करते रहे। इस बीच मुख्यमंत्री ने कहा- वे कांग्रेस से हिसाब मांगना चाहते हैं कि जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने किसानों के हित में क्या किया?
प्रेसवार्ता में सवाल उठे कि आखिर सरकार बीते साल आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए 7000 केसों को लेकर क्या सोच रही है, किसान संगठन सारे प्रकरण वापस लेने की मांग कर रहे हैं? इसी से जुड़ा एक सवाल यह भी उठा कि भाजपा की सरकार में आखिर किसान आंदोलन क्यों हो रहे हैं? ऐसे अन्य कई सवालों को लेकर सीएम ने यह कहकर बात खत्म कर दी कि कांग्रेस आंदोलन की राजनीति करके अपने वोटों की रोटी सेंकना चाह रही है। जैन आयोग की रिपोर्ट को लेकर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने सिर्फ यही कहा कि अभी कार्रवाई चल रही है। मुख्यमंत्री ने इस दौरान प्रदेश सरकार द्वारा किसानों को लेकर चलाई जा रही योजनाओं का बखान किया।
BHOPAL SAMACHAR | HINDI NEWS का
MOBILE APP DOWNLOAD करने के लिए
प्ले स्टोर में सर्च करें bhopalsamachar.com