रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ऐलान किया है कि टिकट के लालच में हेलीकॉप्टर से लैंड होने वाले नेताओं को अब टिकट नहीं दिया जाएगा। कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की सुनवाई होगी और कार्यकर्ता जिसे चाहेंगे उसे ही टिकट दिया जाएगा। राहुल गांधी दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का प्रेसीडेंट हूं, मेरा काम कांग्रेस पार्टी की विचारधारा को देश में फैलाने का है, इसके लिए कार्यकर्ता जरूरी हैं। मैं भी कांग्रेस कार्यकर्ता हूं। स्टेज पर मौजूद सभी नेता भी कार्यकर्ता हैं। मेरा काम आपकी रक्षा करना है, न्याय दिलवाना है।
अब केवल विचारधारा वालों को टिकट मिलेगा
राहुल शुक्रवार को दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में बूथ लेवल कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद कर रहे थे। संवाद की शुरुआत करते हुए राहुल ने कहा- कांग्रेस की सरकार आती है, लेकिन सरकार में कार्यकर्ता की सुनवाई नहीं होती। कार्यकर्ता से पूछे बिना टिकट दिया जाता है, लोग चुनाव से पहले टिकट के चक्कर में दूसरी पार्टी छोड़कर 15-20 दिन पहले आते हैं और दावेदारी करते हैं, अब ऐसा नहीं चलेगा। अब कांग्रेस के विचारधारा के लोगों को टिकट मिलेगी, हेलीकाप्टर से उड़कर आने वालों को नहीं।
कार्यकर्ताओं से पूछकर टिकट दिया जाएगा
कार्यकर्ताओं से पूछकर, उनकी आवाज सुनकर टिकट दी जाएगी ताकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बन सके। इसके लिए कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथ की रक्षा करनी होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक परिवार है। जो भी नेता चाहे वह कितना भी सीनियर हो उसे कार्यकर्ताओं का आदर करना पड़ेगा ऐसा। नहीं करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी मैं एक्शन लूंगा।
मैं सेना का जवान, भाजपा से सब परेशान
संवाद के आखिरी में खुद को इंडियन आर्मी का जवान बताते हुए एक शख्स खड़ा हुआ। बोला- परिवार के सदस्य कांग्रेस से जुड़े हुए हैं। अपना नाम खिलेश्वर साहू बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार से हर कोई परेशान है। मैं खुद कुपवाड़ा में पदस्थ हूं। वहां जवानों की स्थिति बहुत खराब है। भाजपा सरकार के आने के बाद जवानों के ऊपर हमला हो रहा है, उनकी हत्याएं हो रही हैं। आप प्रधानमंत्री बनें और इससे राहत दिलाएं। इस पर राहुल ने किसी भी तरह का जवाब नहीं दिया।