आनंद ताम्रकार/बालाघाट। जिले में समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान का चावल बनाने के लिये अनुबंधित राईस मिलर्स द्वारा कस्टम मिंलिंग के माध्यम से चावल प्रदाय किया जा रहा है। राईस मिलर्स द्वारा उन्हें प्रदाय की गई धान को खुले बाजार में बेच कर अमानक स्तर का चावल प्रदाय कर रहे है। प्रदाय किये गये चावल की गुणवत्ता के परिक्षण हेतु क्षेत्रीय कार्यालय से आये गुणवत्ता नियंत्रक द्वारा चांवल का परीक्षण निरंतर किये जाने से भारी मात्रा में अमानक चावल पाया गया है।
फरवरी-मार्च-अप्रैल के अवधि में वारासिवनी, कटंगी, लामटा, बालाघाट तथा गर्रा के गोदामों का निरीक्षण किये जाने पर 52 स्टेग चावल के 1 लाख 68 हजार 480 बोरे अमानक स्तर के पाये जाने पर उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया तथा गुणवत्तायुक्त निर्धारित मानक के अनुसार चावल अपग्रेड किये जाने के निर्देश राईस मिलर्स को दिये गये थे। नियमानुसार रिजेक्ट किये जाने के 5 दिवस के भीतर अमानक चावल वापस लेकर मानक स्तर का चावल बदलकर पुन प्रदाय किया जाना था लेकिन नाम मात्र का चावल अपग्रेड कर प्रदाय किया गया है।
अधिकारिक जानकारी के अनुसार श्रीजी एग्रो इंडस्टीज नेवरगांव कला के 12 स्टेग जिसमें 38 हजार 880 बोरा चावल तथा सौरभ इंडस्टीज गर्रा के 5 स्टेग जिसमें 16 हजार 200 बोरे चांवल रिजेक्ट कर दिया गया है। इन विसंगतियों पर कठोर रूख अपनाते हुये नागरिक आपूर्ति निगम बालाघाट के जिला प्रबंधक श्री डी एस कटारे ने दिनांक 28 अप्रैल 2018 को पत्र क्रमांक 199 के माध्यम से गुणवत्ता निरीक्षक केन्द्र प्रभारी बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, बैहर लालबर्रा, लांजी को पत्र लिखकर निर्देशित किया है कि ऐसे मिलर्स जिनके स्टेग, लाट बीआरएल पाये गये है तथा चावल बदलकर देना शेष है उनके द्वारा चावल प्रदाय किये जाने पर 1 मई 2018 से रोक लगा दी है यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है।
उल्लेखित पत्र में जिला प्रबंधक द्वारा उल्लेखित किया गया है कि केन्द्रों तथा गोदामों में समय समय पर किये गये निरीक्षण के दौरान जिन मिलर्स के लाट बीआरएल कर रिजेक्ट कर दिये गये है उनके द्वारा अभी तक चावल का स्टाक उठाकर उसे अपग्रेड नही किया गया है ऐसे सभी मिलर्स का आगामी आदेश तक सीएमआर चावल स्वीकार नही किया जाये यदि कोई मिलर्स अमानक चांवल बदलने हेतु शेष है तो इस प्रकार कीसूची बनाकर संबंधित मिलर्स को अमानक चांवल बदलने हेतु तत्काल सूचित करें आज दिनांक तक गोदामों में पाये गये अमानक चावल के बदले जाने की जानकारी भी नही दी गई है।
अमानक चावल को 5 दिवस में बदला जाना अनिवार्य किया गया है अन्यथा संबंधित मिलर्स को धान प्रदाय नही की जायेगी और अग्रिम चांवल स्वीकार ना किया जाये। पत्र की प्रतिलिपि कलेक्टर बालाघाट, उपमहाप्रबंधक, गुणनियत्रंक, आपूर्ति निगम भोपाल, क्षेत्रिय प्रबंधक जबलपुर तथा जिला विपणन अधिकारी को प्रेषित की गई है।
यह उल्लेखनीय है कि विगत वर्षो में रिजेक्ट किये गये चांवल को महज कागजी खानपूर्ति कर अपग्रेड किया जाना बताया जाता रहा है इस वर्ष भी राईस मिलर्स तथा संबंधित गुणवत्ता निरीक्षक के साथ मिलकर रिजेक्ट किये गये चावल को कागजी खानपूर्ति कर चांवल को अपग्रेड किये जाने की जुगाड जमाने में लगे थे लेकिन अमानक चांवल प्रदाय किये जाने के समाचार सुर्खियों में आने से उनका मकसद पूरा नही हो पाया तभी पहली बार इतनी बडी मात्रा परीक्षण के दौरान अमानक स्तर का चांवल रिजेक्ट किया गया है।