भोपाल। शिवपुरी जिले के नरवर में डूबने से हुई भोपाल निवासी युवक देवेंद्र सिंह धाकड़ की मौत के मामला संदिग्ध हो गया है। देवेन्द्र के पिता का कहना है कि उनका बेटा तैराक था। उसे तैराकी में मेडल मिला है, फिर वो डूबने से कैसे मर सकता है। दुखद यह भी है कि जिस दिन देवेन्द्र की मौत की खबर आई, उससे कुछ देर पहले ही उसकी नौकरी लगने की खबर आई थी। जब पिता को पुलिस फोन पर मौत की सूचना दे रही थी, पिता के हाथ में बेटे का कॉल लेटर था।
पुलिस और मृतक के दोस्तों ने बताई यह कहानी
शिवपुरी जिले की नरवर पुलिस के अनुसार खंडवा निवासी देवेंद्र सिंह पुत्र अर्जुन सिंह धाकड़ शिवपुरी में अपने दोस्त की शादी में शामिल होने आया था। समारोह के दौरान वह बारात में नरवर गया था। इस दौरान वह अपने दोस्तों के साथ 12 बजे कल्याणपुर गांव के पास पानी में नहाने लगा, नहाते समय वह डूब गया। युवक के दोस्तों ने बताया कि पहले तो देवेंद्र को खोजा जब वह नहीं मिला तो दोपहर करीब 1 बजे इसकी सूचना पुलिस को दी जिसके बाद नरवर थाना प्रभारी सुरेश नागर मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद युवक के शव को पानी से बाहर निकाला जिसके बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है।
पिता का दावा कहानी झूठी है
आर्य बस सर्विस खंडवा में ड्राइवर की नौकरी कर रहे अर्जुन सिंह धाकड़ ने बताया कि उनका बेटा देवेंद्र सिंह धाकड़ जो कि भोपाल में बीएचईएल में अप्रेंटिस कर रहा था। अपने दोस्त की शादी में शिवपुरी गया था लेकिन वहां से फोन आया कि आपके बेटे की डूबने से मौत हो गई है। एक पिता के तौर पर उनके मन में सबसे पहला सवाल यही था कि ऐसा कैसे हो सकता है ? मेरा बेटा तो बहुत ही अच्छा तैराक था, उसे तैराकी के लिए पहले मेडल भी मिल चुका है तो फिर उसकी डूबने से कैसे मौत हो सकती है।
ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से आया कॉल लेटर और शिवपुरी से मौत की खबर
परिजनों ने बताया कि देवेन्द्र रात दिन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करने के सपने देखा करता था और आज जब उसका कॉल लेटर आया तो उसके पीछे-पीछे बेटे की मौत की खबर आ गई भगवान का यह कैसा इंसाफ है ? अर्जुन सिंह धाकड़ का कहना है कि उन्हें उनके बेटे की मौत में साजिश की बू आ रही है,क्योंकि उनका बेटा एक अच्छा तैराक था।