भोपाल। राजधानी के नीलम पार्क में एक बार फिर आशा कार्यकर्ताओं में डेरा जमा लिया है। वो अपनी 6 सूत्रीय मांगों को लेकर धरने पर बैठ गईं हैं। पिछली बार उन्होंने नारा दिया था 'हमारी भूल कमल का फूल' इस बार उन्होंने नया नारा दिया है 'आशा वेतन पाएगी तभी कमल खिलाएगी।' इससे पहले अतिथि शिक्षकों ने प्रदर्शन के दौरान 'हमारी भूल कमल का फूल' नारा लगाकर बीजेपी का विरोध जताया था। अब ये नया नारा सूर्खियों में है।
क्या हैं मांगें
टीकाकरण, विवाह पंजीयन, संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन आदि की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं पर होती है। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आई है। इनके बदले नाम मात्र का मानदेय दिया जाता है। उनकी मांग है कि आशा कार्यकर्ता को न्यूनतम 10 हजार रुपए प्रतिमाह और आशा सहयोगिनी को 15 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलना चाहिए।
दी थी अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी
इससे पहले आशा कार्यकर्ताओं ने जिलास्तर पर प्रदर्शन कर सरकार को अनिश्चितकालीन हड़ताल की चेतावनी दी थी परंतु सरकार की तरफ से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। निराश होकर महिला कर्मचारी भोपाल में आ डटी हैं।