भोपाल। कमलनाथ ने पिछले दिनों ऐलान किया था कि वो जल्द ही व्यापमं घोटाले पर नया खुलासा करने वाले हैं। माना जा रहा था कि पदभार ग्रहण करने वाले दिन वो मीडिया के सामने शिवराज सिंह सरकार पर बड़ा हमला करेंगे परंतु ऐसा नहीं हुआ। उत्साह और उत्सव के माहौल में शायद उन्होंने सिर्फ बधाईयां ही स्वीकार कीं। संडे को जब कमलनाथ ने प्रेस को मिलने बुलाया तो पूरा भरोसा था कि वो व्यापमं घोटाले पर नया खुलासा करेंगे परंतु इस बार भी ऐसा नहीं हुआ।
कमलनाथ ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवालिया निशान लगाया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि ईवीएम पर न हमें भरोसा है, न जनता को। निर्वाचन आयोग से चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि जनता वोट डालती है कांग्रेस को और चला और कहीं जाता है। जनता में यह विश्वास जगाना होगा कि जनता जिसको वोट डाल रही है, उसका वोट वहीं डल रहा है। पूरा देश ईवीएम पर सवाल उठा रहा है। कई जगह गड़बड़ी सामने आ चुकी है। भाजपा न जाने क्यों ईवीएम का पक्ष ले रही है।
व्यापमं के बारे में सिर्फ इतना बोला
उन्होंने कहा कि व्यापमं की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। जिस व्यापमं घोटाले ने प्रदेश के युवाओं का भविष्य बरबाद किया हो, उसकी लड़ाई अंत तक लड़ी जाएगी। आने वाले दिनों में इसके परिणाम जनता के सामने आएंगे।
नए खुलासे वाले ऐलान का राज क्या है
अब सवाल यह उठता है कि यदि कमलनाथ के पास व्यापमं घोटाले के बारे में कोई नई जानकारी नहीं हैं तो उन्होंने नया खुलासा करने का ऐलान क्यों किया था। क्या वो किसी पर दवाब बनाना चाहते थे। उन्होंने एक बयान जारी करके अपना टारगेट अचीव किया और अब चुप हो गए हैं। यदि कमलनाथ पत्ते नहीं खोलते तो अफवाहों का बाजार गर्म हो सकता है।