
मूक-बधिर श्रेणी के रिजल्ट भी सोमवार को
हायर सेकंडरी व्यावसायिक, हाईस्कूल व हायर सेकेंडरी मूक-बधिर श्रेणी के अलावा डीपीएसई व शारीरिक पत्रोपाधि उपाधि 2018 का रिजल्ट भी इस मौके पर घोषित होगा। प्रदेश भर से इन परीक्षाओं में करीब 19 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे।
10वीं में बेस्ट आॅफ 5 लागू
एमपी बोर्ड 10वीं के विद्यार्थी काफी घबराए हुए हैं। असल में, पिछले कुछ सालों से 10वीं के नतीजे खराब आ रहे हैं। बीते सालों के रिजल्ट संबंधी आंकड़े बताते हैं कि एमपी बोर्ड 10वीं परीक्षा में विद्यार्थी के फेल होने का प्रतिशत बढ़ा है। 2017 में 10वीं में आधे विद्यार्थी फेल हो गए थे। पिछले साल सिर्फ 49.86 प्रतिशत विद्यार्थी ही 10वीं में पास हो पाए थे। वहीं, 2016 में 53.87 प्रतिशत विद्यार्थी पास हो पाए थे। 2015 में नतीजे और भी खराब रहे थे। इस वर्ष यहां 47.04 प्रतिशत स्टूडेंट्स ही उत्तीर्ण हो पाए थे। 2014 में पास प्रतिशत 54.14 रहा था। जबकि 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट प्रतिशत काफी अच्छा रहा है। 2017 में 12वीं में 68 फीसदी स्टूडेंट पास हुए थे।