BHOPAL | MADHYA PRADESH | कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने पहली ही मीटिंग में विधायकों को टाइम मैनेजमेंट सिखा दिया। कमलनाथ ने बुधवार रात को कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई, इसमें करीब आधा दर्जन विधायक उनके पहुंचने के बाद आए तो कुछ विधायक बैठक से अनुपस्थित रहे। देरी से आने वाले विधायकों पर वे नाराज हुए। उन्होंने जोर देकर बताया कि 'मैं टाइम पर ही मीटिंग शुरू करता हूं।' उन्होंने विधायकों से कहा कि वे भोपाल में ज्यादा नहीं रुकें। अपने क्षेत्रों में ज्यादा समय गुजारें। उन्होंने नारा दिया 'किसान बिना दाम के, नौजवान बिना काम के, जनता पूछे मोदी-शिवराज किस काम के"।
सूत्रों के मुताबिक श्यामला हिल्स स्थित एक होटल में बैठक हुई। इसमें कमलनाथ पहले ही पहुंच गए थे। उनके बाद दो कार्यकारी अध्यक्ष रामनिवास रावत और बाला बच्चन सहित मुकेश नायक, डॉ. गोविंद सिंह, इमरती देवी, मधु भगत, सचिन यादव और शैलेंद्र पटेल आदि पहुंचे। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई। उन्होंने इन विधायकों के पहुंचने के पहले ही बैठक शुरू कर दी।
इस बीच मीडिया के कुछ फोटोग्राफर्स ने तस्वीर लेने के लिए बैठकस्थल में प्रवेश किया तो उन्होंने विधायकों व उनसे कहा कि 'वे समय का बराबर ध्यान रखें। मैं टाइम पर मीटिंग शुरू करता हूं।" विधायकों को उन्होंने टाइम मैनेजमेंट की हिदायत भी दी। बैठक में जयवर्धन सिंह, कमलेश शाह और उमंग सिंघार सहित चार विधायक नहीं पहुंचे।
स्थानीय मुद्दों, घोषणा पत्र को लेकर मांगे सुझाव
सूत्रों ने बताया कि विधायकों से कहा कि वे सात दिन में अपने क्षेत्र की स्थानीय समस्याओं और जनता के हित में कैसा घोषणा पत्र बनाएं और सुझाव दें। उनसे संगठन की दृष्टि से भी सुझाव मांगे थे। वे बोले कि विधायक उनसे मिलने के लिए भोपाल नहीं आएं। जिस क्षेत्र में वे होंगे, उसके आसपास के विधायक उनसे मिल सकते हैं। उन्होंने गांव स्तर पर अपना संगठन बनाएं।