
बुधवार को दिल्ली से लौटे शिवराज सिंह ने आनंद विभाग के एक कार्यक्रम में कहा
मैं तो जाने वाला हूं, मेरी कुर्सी खाली है।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा
इस दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं है और मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कोई भी बैठ सकता है।
इतना ही नहीं यह बयान देने के बाद शिवराज सिंह कार्यक्रम अधूरा छोड़कर चले गए। माना जा रहा है कि शिवराज सिंह ने खुद संकेत दे दिए हैं कि अब उनके जाने का समय आ गया है।
बता दें कि इन दिनों शिवराज सिंह काफी तनाव में चल रहे है। 2 दिनों में उन्होंने मंत्रियों की 2 मीटिंग बुलाईं। फिर मंत्रियों की मॉनीटरिंग के आदेश जारी किए गए। आज भी उन्होंने ट्वीट पर लिखा है कि:
कुछ नेता प्रदेश में सिर्फ़ चुनाव के समय दिखते है, बाक़ी समय अपने तुग़लकी महलों में बिताते हैं। उनको लगता है कि कॉमन मैन को क्या पता चलेगा..। एक फ़िल्म में मैंने सुना था, “नेवर अंडरेस्टिमेट द पावर ऑफ कॉमन मैन...” जनता को पता है कि कौन उनके साथ हमेशा रहा है, और हमेशा रहेगा।
यह संकेत उनकी सरकार के मंत्री और विधायकों के लिए हैं। शायद उन नेताओं के लिए जिन्होंने शिवराज सिंह के खिलाफ अमित शाह के दरबार में लॉबिंग की है।