DEWAS | MADHYA PRADESH | महिला एवं बाल विकास विभाग कार्यालय में अधिकारी के जन्मदिन पर हुई डांसपार्टी के कुछ वीडियो पिछले दिनों वायरल हुए थे। वीडियो में कैद हुए कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हुई। इस मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव बच निकलीं थीं। वो वीडियो में कहीं दिखाई नहीं दे रही थीं। उन्होंने दावा किया था कि वो डांस के समय कार्यालय में मौजूद नहीं थीं लेकिन अब उनका भी वीडियो वायरल हो गया है। इसके बाद सुनीता यादव का कहना है कि वीडियो को लेकर मुझे ब्लैकमेल किया जा रहा है। इस मामले में आपत्तिजनक यह है कि सरकारी कार्यालय में बर्थडे पार्टी मनाई गई और जमकर डांस हुआ।
उल्लेखनीय है कि 13 अप्रैल को महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव और शहर दक्षिण परियोजना अधिकारी प्रियंका जायसवाल का जन्मदिन था। दोपहर के समय यहां दोनों अफसरों का जन्मदिन मनाया गया था। इसके बाद 16 अप्रैल को कार्यालय में शाम के समय हुए नाचगाने के वीडियो वायरल हुए थे। जिस पर तत्कालीन कलेक्टर आशीष सिंह ने जांच के आदेश दिए थे और जांच के बाद 17 अप्रैल को कार्यालय के दो नियमित कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया था जबकि आउट सोर्स से रखे गए तीन कर्मचारियों को हटा दिया गया था। उस समय जिला कार्यक्रम अधिकारी यादव ने कहा था कि डांस की उन्हें जानकारी नहीं है और वे दोपहर में लंच के अवकाश लेकर बाद चली गई थी।
इस घटना के 17 दिन बाद गुस्र्वार को फिर वाट्सएप पर मीडिया के दो ग्रुप में एक वीडियो वायरल हुआ। इसमें जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव, एक डाटा इंट्री ऑपरेटर जयप्रकाश नागर, एक सुपरवाइजर व एक अन्य कर्मचारी डांस करते नजर आ रहे हैं। वीडियो में दिख रहा है कि जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कुछ देर डांस किया और जाने लगी तो कर्मचारी फिर डांस करने के लिए ले जाते हैं। वीडियो वायरल होने के बाद मामला नवागत कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडे तक भी पहुंचा।
कार्रवाई पर उठे सवाल
सूत्रों की माने तो पहले जब वीडियो वायरल हुए थे तो दोपहर के कार्यक्रम के वीडियो ताबड़तोड़ हटवाए गए थे। कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा जा रहा है कि जब दिन में भी नाच गाना हुआ तो शाम के समय नाचने वाले कर्मचारियों पर ही कार्रवाई क्यों हुई। मामले की किसी प्रशासनिक अफसर से जांच क्यों नहीं करवाई गई।
इन पर हुई थी कार्रवाई
पूर्व में वीडियो वायरल होने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ सहायक ग्रेड-2 दिवाकर रोजस्कर, परियोजना अधिकारी स्नेहा शर्मा को निलंबित कर दिया गया था। वहीं आउस सोर्सेस से रखे गए कर्मचारी जिला परियोजना सहायक राजकुमारी तिवारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर संदीप वर्मा, दैवेभो डाटा इंट्री ऑपरेटर शुभम नामदेव को नौकरी से हटा दिया गया था।
अभी कुछ नहीं कह सकता
मामले में नवागत कलेक्टर डॉ. श्रीकांत पांडे ने बताया मुझे वीडियो संबंधी जानकारी मिली है लेकिन अभी मैंने वीडियो देखा नहीं है। जब तक मैं वीडियो देखूंगा नहीं तब तक कुछ नहीं कह सकता।
मुझे ब्लैकमेल किया जा रहा
मामले में जिला कार्यक्रम अधिकारी सुनीता यादव का कहना है कि पूर्व में जो वीडियो वायरल हुए थे वे शाम के थे। मैं दोपहर में लंच के बाद चली गई थी। उससे पहले कर्मचारियों ने जिद की और मेरा हाथ पकड़कर मुझे डांस करने के लिए ले गए। वीडियो को लेकर मुझे पिछले एक हफ्ते से ब्लैकमेल किया जा रहा है। मेरे कार्यालय में आकर मुझसे स्र्पयों की मांग की गई। जानबूझकर एक महिला अधिकारी को प्रताड़ित किया जा रहा है।