
यशोधरा राजे सिंधिया मड़ीखेड़ा जल परियोजना का अवलोकन कर रहीं थीं। करोधी सम्पवेल पर अधिकारियों के साथ पहुंची। उन्होंने पूर्व में चेतावनी देते हुए सूचित किया था कि यहां का काम उनके दौरे के पहले पूर्ण हो जाना चाहिए। अधिकारियों एवं कंपनी की ओर से उन्हे वचन दिया गया था कि यह समय रहते पूरा कर दिया जाएगा परंतु ऐसा नहीं हुआ। अंतत: गुस्से में आईं यशोधरा राजे सिंधिया ने कह डाला कि 'अब मेरा भी धैर्य जवाब दे गया। अब समय आ गया है कि मुझे भी धरने पर बैठना पड़ेगा और मैं धरने पर बैठ गई तो फिर बवाल मच जाएगा। उन्होंने कहा कि मैने अपने आपको धैर्य में रखा हुआ है।
साजिश का शिकार हो रहीं हैं यशोधरा राजे
दरअसल, मड़ीखेड़ा जल परियोजना यशोधरा राजे की महत्वाकांक्षी परियोजना है। शिवपुरी शहर पिछले कई दशकों से जलसंकट से ग्रस्त है। पीएम नरेंद्र मोदी भी जब 2014 की चुनावी सभा में आए थे तो उन्होंने शिवपुरी के जलसंकट का जिक्र किया था। भाजपा में उनके विरोधियों को पता है कि यदि यह परियोजना समय रहते पूरी हो गई तो यशोधरा राजे की लोकप्रियता का ग्राफ बढ़ जाएगा इसलिए उन्हे इसी मामले में फंसा दिया गया हे। बताने की जरूरत नहीं कि भोपाल से लेकर शिवपुरी तक भाजपा में यशोधरा राजे को तंग करने वाले दिग्गज नेताओं की कमी नहीं है।
अजब एमपी के गजब मिनिस्टर । कैबिनेट मंत्री @yashodhararaje को भी शिवपुरी में धरने पर बैठने की धमकी देकर काम कराना पड रहा है.. @ChouhanShivraj @anandrai177 @_komaljaiswal @JM_Scindia @VTankha @jitupatwari @abpnewshindi pic.twitter.com/Iw9emTDGwy— Brajesh Rajput (@brajeshabpnews) May 5, 2018