
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व एकात्म यात्रा के दौरान शंकराचार्य की चरणपादुकाएं सिर पर रखकर यात्रा में शामिल होने पर सोफिया फारुखी कुछ मुस्लिम संगठनों के निशाने पर रही थीं।सौंपे ज्ञापन में यह भी कहा है कि कलेक्टर मंडला, जिला पंचायत अधिकारी मंडल अैर सीएमओ मंडला ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अवैधानिक काम किया है।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सिकंदर का विवाह वनवासी युवती से करा दिया है। जबकि इनका विवाह पूर्व में ही हो चुका था। और इसकी जानकारी भी सिटी कोतवाली पुलिस को दी गई थी। ज्ञापन में एक अन्य मुस्लिम युवती का विवाह आदिवासी युवक से कराने का भी आरोप लगाया है।
राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने मांगी जानकारी
मामले की शिकायत हिंदू संगठनों के नेताओं ने राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग से भी की है। आयोग ने इस मामले में जिला कलेक्टर कार्यालय से सभी दस्तावेज उपलब्ध कराने को कहा है। आयोग भी इस मामले की जांच करेगा।