बेंगलुरु। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह नरेंद्र मोदी हर दिन अपने विरोधियों के खिलाफ बातें कहने के लिए अपने पद का इस्तेमाल कर रहे हैं, वैसा दुरुपयोग किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया। इतने निचले स्तर पर चले जाना प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। यह देश के लिए भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा 'लगातार टैक्स बढ़ाकर भाजपा सरकार ने आम लोगों की कीमत पर बढ़ी तेल कीमतों से 10 लाख करोड़ रुपए की कमाई की है। आज हमारा देश बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है, हमारे किसानों को संकट का सामना करना पड़ रहा है।'
फरार होने से पहले नरेंद्र मोदी से मिला था नीरव मोदी
मनमोहन सिंह ने पीएनबी घोटाले के आरोपी नीरव मोदी के साथ पिछले दो साल में मोदी सरकार के दो बड़े आर्थिक फैसलों- नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र किया। सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, हमारे प्रधानमंत्री दावोस में नीरव मोदी के साथ थे। कुछ ही दिन बाद नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गया। मोदी सरकार की दो सबसे बड़ी चूक थी नोटबंदी और जीएसटी को लागू करने में जल्दबाजी। इन दोनों गलतियों को टाला जा सकता था। इन ब्लंडर के चलते जो आर्थिक नुकसान हुआ, उससे छोटे और लघु उद्योगों पर असर पड़ा। लाखों की संख्या में नौकरियां गईं।
मोदी सरकार का मिस मैनेजमेंट साफ दिख रहा: सिंह
अर्थशास्त्री और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, 'नोटबंदी और जीएसटी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था और आम आदमी को नुकसान पहुंचा। पेट्रोल की ऊंची कीमतों ने हालात को बदतर बना दिया। मोदी सरकार का मिसमैनेजमेंट साफ तौर पर झलक रहा है। मोदी सरकार के आर्थिक प्रबंधन से आम जनता बैंकिंग व्यवस्था पर अपना भरोसा खो रही है। हाल की घटनाओं से हुई कैश की किल्लत को कई राज्यों में रोका जा सकता था।
हमारे प्रधानमंत्री दावोस में नीरव मोदी के साथ थे। कुछ ही दिन बाद नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गया। इसी से मोदी सरकार के वंडरलैंड में हो रही दुखद चीजों की झलकी मिलती है। जहां तक नीरव मोदी का सवाल है, यह जाहिर है कि 2015-16 तक कुछ न कुछ चल रहा था। लेकिन मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया। अगर किसी पर दोष मढ़ना होगा तो वह मोदी सरकार ही होगी।